Ranchi: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 15 नवंबर को झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित होनेवाले मुख्य कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगी. रविवार को शाम में अचानक उनके कार्यक्रम में व्यापक बदलाव किया गया. इसके तहत राष्ट्रपति का देवघर जाने का कार्यक्रम भी रद हो गया है.
राष्ट्रपति अब सिर्फ खूंटी के निर्धारित कार्यक्रम में ही शामिल होंगी. इसकी जानकारी राष्ट्रपति भवन से राज्य सरकार को दी गई. हालांकि खबर लिखे जाने राज्य सरकार के पदाधिकारी राष्ट्रपति के मुख्य कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर राष्ट्रपति भवन के पदाधिकारियों से संपर्क बनाए हुए थे.
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भारतीय सेना के हलिकाप्टर से जाएंगी खूंटी
संशोधित कार्यक्रम के तहत राष्ट्रपति अब मंगलवार को सुबह सेना के विशेष विमान से रांची एयरपोर्ट पहुंचेंगी. यहां से वे सेना के हेलिकाप्टर से सीधे खूंटी जाएंगी. वहां राष्ट्रपति भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू स्थित उनके घर जाकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगी और उनके परिजनों से मुलाकात करेंगी. इसक बाद खूंटी के बिरसा कालेज में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होगीं.
खूंटी में महज आधा घंटा रुकेंगी राष्ट्रपति
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू खूंटी में महज 30 मिनट कार्यक्रम में शामिल होंगी. वहां से वे हेलिकाप्टर से वापस रांची एयरपोर्ट लौटेंगी. इससे पहले राष्ट्रपति का कार्यक्रम सोमवार को देवघर होते हुए रांची पहुंचने का था. राष्ट्रपति को मंगलवार को खूंटी जाने के अलावा रांची के मोरहाबादी मैदान में राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होना था.
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल होंगे
उधर, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय झारखंड स्थापना दिवस समारोह में शामिल होंगे. वे यहां 15 नवंबर को आएंगे. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने इसकी पुष्टि की है.
मालूम हो कि यह समारोह रांची के मोरहाबादी मैदान में प्रस्तावित है. इसमें हेमंत सोरेन सरकार नई योजनाओं को लांच करेगी. यही नहीं नई नीतियों की भी लांचिंग प्रस्तावित है. पहले तय था कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु इन योजनाओं और नीतियों को अपने हाथों लांच करेंगी. लेकिन उनका कार्यक्रम स्थगित हो जाने के बाद अब स्वयं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इन योजनाओं को लांच कर सकते हैं. वैसे अभी तक इसकी सरकारी घोषणा नहीं की गई है.
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