New Delhi: दिवाली के मौके पर दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर एक बार फिर से खतरनाक स्तर पर जा पहुंचा. इसमें सबसे ज्यादा योगदान पटाखों ने निभाया.
राजधानी दिल्ली में दिवाली पर जमकर पटाखे छोड़े गए जिसके चलते प्रदूषण का स्तर और बढ़ गया है. प्रदूषण के चलते हर ओर धुंध छाई हुई है. लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है और आंखों में जलन भी महसूस हो रही है.
दिल्ली में नगर निगम ने प्रदूषण रोकने के लिए फॉगिंग की है. बावजूद इसके दिल्लीवालों ने जमकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश की धज्जियां उड़ाईं.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने दिवाली पर पटाखा छोड़ने के लिए दो घंटे की सीमा तय की थी, लेकिन लोगों ने इसके अलावा कई घंटों तक पटाखे छोड़े. जिसकी वजह से दिल्ली की हवा में पटाखों की तेज आवाज के साथ जहरीला धुंआ और राख घुल गई.
पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक समेत कई इलाकों में तो वायु गुणवत्ता का स्तर गंभीर स्तर को पार गया है. वहीं पूरी दिल्ली में वायु की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ स्तर पर पहुंच गई.
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, आरके पुरम, सत्यवती कॉलेज, पटपड़गंज में एयर क्वालिटी इंडेक्स 999 पर पहुंच गया है. बता दें कि रविवार को दिन में प्रदूषण का स्तर 313 पर पहुंच गया था. उसके बाद दोपहर को एयर क्वालिटी इंडेक्स और भी खराब हो गया.
दिल्ली में दोपहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 341 पर पहुंच गया. उसके बाद रविवार रात करीब 11 बजे दिल्ली के लोधी रोड इलाके में वायु गुणवत्ता सूचकांक 306 पहुंच गया.