Ranchi: झारखंड में मुरी स्थित (Accident in Hindalco) हिंडाल्को कंपनी स कुछ दूरी पर स्थित रेड मड पौंड (कास्टिक तालाब) के अचानक धंस जाने से काफी दूर तक रेड मड फैल गया है. इसमें कई वाहन और दर्जन भर लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है.
जानकारी के अनुसार इस हादसे में अभी तक एक ड्राइवर के मौत की बात कही जा रही है. हालांकि अभी तक किसी की मौत की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गयी है.
Contents
जांच के आदेश
इस बीच मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इस घटना में जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही बचाव और राहत कार्य तेज करने को कहा है.
इधर रांची के उपायुक्त राय महिमापत रे एसडीओ गरिमा सिंह समेत पुलिस और प्रशासन के कई अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे हैं. साथ ही एनडीआरएफ की टीम भी मुरी पहुंच गयी है.
मुख्य सचिव डीके तिवारी ने दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है और शीघ्र रिपोर्ट देने को कहा है.
बड़े वाहन भी इसमें दब गए
यह जगह झारखंड की राजधानी रांची से 60 किलोमीटर दूर है. इसी जगह से कुछ दूर आगे बढ़ने पर बंगाल राज्य की शुरुआत होती है.
कास्टिक तालाब के धंस जाने से मलबा बहकर आसपास के खेतों और तालाब में पहुंच गया है. जबकि रेड मड पौंड साइट पर काम में लगे कई बड़े वाहन भी इसमें दब गए हैं.
खबरों के मुताबिक मलबे के ढेर के बीच ही कम से केम आधे दर्जन हाइवा, पोकलेन पेलोडर पलटे हुए थे.
क्या है कास्टिक पौंड
गौरतलब है कि हिंडालको कारखाने में बाक्साइड से अलुमिनियम का उत्पादन होता है. उत्पादन के दौरान जो कास्टिक निकलता है उसमें लाल रंग की मिट्टी के अलावा रसायन और पानी मिला होता है. इसका रंग लाल होता है इसलिए इसे रेड मड भी कहा जाता है.
बेहद हानिकारक होने के कारण इसे रिहायशी इलाके से दूर जमा किया जाता है. और तालाब की सुरक्षा के लिए गार्डवाल भी बनाए गए हैं. साथ ही एहतियात के तौर पर बोर्ड भी लगाए गए हैं.
विस्फोट के बाद टूटा तालाब
जानकारी के मुताबिक दोपहर में करीब डेढ़ बजे कास्टिक तालाब में विस्फोट हुआ और मलबा गार्डवाल को तोड़ते हुए लगभक एक किलोमीटर के दायरे मे फैल गया. इससे आसपास के इलाकों में अफरातफरी मच गयी. कई लोग घर छोड़कर भागने लगे.
खेतों में मलबा के बहने से फसलों को भी नुकसान पहुंचा है. कास्टिक तालाब से सटे मारदू तालाब भी मलबा भर गया है. बिजली के खंभों को भी नुकसान पहुंच है. इससे मारदू गांव में अंधेरा फैल गया है.
कास्टिक पौंड के एक किनारे से मूरी-चांडिल रेलखंड है. लिहाजा मलबा रेललाइन पर भी आ गया. इस वजह से इस रेलखंड पर की घंटे तक रेल सेवा बाधित रही. काफी मशक्कत के बाद रेल सेवा शुरू कराई जा सकी है. एहतियान रेलवे के कर्मचारियों को भी तैनात किया गया है.
सुदेश कुमार महतो पहुंचे हिंडालको
इस हादसे के बाद पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो समेत कई लोग घटना की जानकारी लेने पहुंचे. सुदेश कुमार महतो ने हिंडालको के अधिकारियों से भी हालात की जानकारी ली. उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से भी बातें की. साथ ही जान- माल की क्षति नहीं हो इस पर विशेष ध्यान देने को कहा है.
सुदेश कुमार महतो ने स्थानीय लोगों और मजदूरों से भी बातें की और उनसे सावधानी बरतने को कहा है. इधर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने इस घटना को हिंडालको प्रबंधन की लापरवाही का परिणाम बताया है. उन्होंने कहा है कि यह दुखद है कि कोई रेस्क्यू टीम शाम के छह बजे तक नहीं पहुंची. उन्होंने तत्काल राहत कार्य चलाने की मांग की है.