Ranchi: अवैध खनन (Illegal Mining) मामले में मनी लांड्रिंग (Money laundering) के तहत अनुसंधान के दौरान गिरफ्तार पंकज मिश्रा (Pankaj Mishra) को रिम्स से डिस्चार्ज करने के 5 दिन बाद आखिरकार जेल प्रशासन अपने साथ सीआईपी ले गई.
सीआईपी (Central Institute of Psychiatry) जाने के बाद उनका ओपीडी में जांच किया जा रहा है, जहां से उनके इलाज को लेकर आगे की रणनीति तय की जाएगी.
सीआईपी निदेशक डॉ वासुदेव ने बताया कि अभी उनका ओपीडी में जांच किया जा रहा है, जहां कई तरह के जांच के बाद डॉक्टर यह तय करेंगे कि उन्हें नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती किया जाये या फिर ओपीडी से इलाज किया जाए.
रिम्स में पंकज ने उड़ाई नियमों की धज्जियां

मालूम हो कि इससे पहले भी मेडिकल बोर्ड के निर्णय के बाद जेल प्रशासन पंकज मिश्रा को लेने के लिए रिम्स पंहुची थी लेकिन पंकज मिश्रा नहीं गए थे. रिम्स में भर्ती होने के बाद पंकज मिश्रा कई बार विवादों में भी रह चुके हैं. ईडी को छानबीन में पता चला है कि रिम्स में इलाजरत रहने के दौरान पंकज मिश्रा ने जेल मैनुअल की खुलकर धज्जियां उड़ायी और 27 जुलाई के बाद उसने विभिन्न व्यक्तियों से 300 बार बातचीत की.