Ranchi: 15 नवंबर को 23वां झारखंड स्थापना दिवस पूरे राज्य में मनाया गया. झारखंड सरकार की ओर से रांची के मोरहाबादी मैदान में मुख्य कार्यक्रम किया गया. शाम को रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गए. झारखंडी कलाकारों द्वारा स्थानीय भाषाओं के साथ हिन्दी और पंजाबी भाषा में नृत्य, गीत-संगीत पेश किये गए.
वहीं दूसरी ओर झारखंड के कई इलाकों में इस्तेमाल किये जाने वाली भाषा भोजपुरी, अंगिका और मगही भाषाओं का एक भी कार्यक्रम स्थापना दिवस समारोह में नहीं हुए. इससे एक बड़ा वर्ग हेमंत सोरेन की सरकार से नाराज है. झारखंड नवनिर्माण मंच के अध्यक्ष कैलाश यादव ने इस पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है. लोकल खबर के साथ खास बातचीत में उन्होंने इसे लेकर बड़ा आंदोलन करने की बात कही है. देखिए इंटरव्यू का पहला भाग.
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