Ranchi: भाजपा नेता विधायकदल और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सांसद निशिकांत दुबे की पत्नी और फैशन इंडस्ट्री की संचालिका श्रीमती अनामिका गौतम को झारखंड पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस न केवल अपमानजनक है. बल्कि, यह भी प्रमाणित करता है कि झारखंड की हेमंत सरकार राजनीतिक विद्वेष से ऐसी कार्रवाई कर रही है.

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि किसी प्रतिष्ठित महिला के साथ ऐसे अपमानजनक पत्राचार की हिम्मत देवघर पुलिस प्रशासन ने कैसे की? मुख्यमंत्री को इसका जवाब देना चाहिये.
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बाबूलाल ने सीएम से मांगा जवाब
उन्होंने कहा कि 48 घंटे के भीतर स्वयं उपस्थित हों यह किस प्रकार की भाषा?
कहा कि मुझे विश्वास है कि यह नोटिस मुख्यमंत्री की जानकारी में नही होगा. लेकिन, अगर उनकी जानकारी में हुआ है और वे पत्र के मजमून से इत्तेफाक रखते हैं, तो जनता इसका जवाब देगी. मुख्यमंत्री जी को इसका हिसाब देना होगा और यह लंबे समय तक याद रखा जाएगा.
श्री मरांडी ने कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंदिता की वजह से नेताओं के परिजनों को घसीटना और पुलिस का स्वयं को अदालत मान लेना यह दर्शाता है कि झारखंड में राजनीतिक विरोधियों को पुलिस के द्वारा साधने की कोशिश की जा रही है.
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग कि इस तरह के कार्य को तुरंत बंद किया जाए ताकि लोकतंत्र की गरिमा बची रहे. पुलिस के द्वारा इस तरह के कार्य करवाना राजनीतिक पतन को दर्शाता है.