Ranchi: लोकसभा सचिवालय के विशेषाधिकार और नैतिकता शाखा ने झारखंड सरकार के मुख्य सचिव एल खियांग्टे, गृह विभाग के सचिव अविनाश कुमार और देवघर के उपायुक्त विशाल सागर को दिल्ली तलब किया है. सांसद निशिकांत दूबे ने सोशल मीडिया पर इस सूचना को साझा करते हुए बताया है कि इन अधिकारियों को दिल्ली में बुलाया गया है, जो हेमंत सोरेन जी के इशारे पर काम कर रहे थे.
विशेषाधिकार और नैतिकता शाखा की गंभीर चेतावनी
विशेषाधिकार और नैतिकता शाखा ने 8 जनवरी 2024 को सांसद निशिकंत दुबे द्वारा दिए गए गंभीर आरोपों के बारे में एक ज्ञापन जारी किया है. ज्ञापन में उल्लंघन की घटनाओं की जांच के लिए समिति के समक्ष मौखिक साक्ष्य देने के लिए 12 जनवरी 2024 को समिति के कमरे ‘2’ में बुलाया गया है.
आरोपी अधिकारियों के खिलाफ समिति ने निर्देश दिया है कि झारखंड सरकार के मुख्य सचिव एल खियांग्टे, गृह विभाग के सचिव अविनाश कुमार और देवघर के उपायुक्त विशाल सागर को समिति के समक्ष बुलाया गया है. विशेष बैठक में इस मामले की गहन जाँच करने का आदान-प्रदान किया गया है, जिसमें समिति ने स्पष्ट रूप से यह निर्देश दिया है कि इस मामले में न्यायिक कदम उठाए जाएंगे.
अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप
ज्ञापन में दिए गए आरोपों के अनुसार, झारखंड प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ हो रहे उल्लंघन की घटनाओं की जांच के लिए इस समिति को गठित किया गया है. सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पर इस विषय पर अपने विचार साझा किए और आपत्ति जताई है कि यह घटनाएं नैतिकता और शासन के मूल्यों की उल्लंघन करती हैं.
इसमें सांसद ने कहा है कि समिति को इस मामले की गंभीरता को समझते हुए इस पर त्वरित कदम उठाने का आदान-प्रदान करना चाहिए ताकि भ्रष्टाचार और अनैतिकता के खिलाफ सरकार का सख्त स्टैंड लिया जा सके.
इस समय, इस मामले की जांच के लिए समिति की बैठक में होने वाले मौखिक साक्ष्य देने का इंतजार है, जिससे सच्चाई सामने आ सके और उपयुक्त कदम उठाए जा सकें. यह मामला सामाजिक मीडिया पर भी बहुत चर्चा में है और लोगों की उत्सुकता से इंतजार किया जा रहा है.