Ranchi: 28 दिसंबर को राष्ट्रीय खादी एवं सरस महोत्सव 2022-23 का उद्घाटन शाम 4:30 में किया जाएगा. इसके साथ ही यह महोत्सव आम लोगों के लिए पूरे 12 दिनों तक निरंतर चालू रहेगा. यह जानकारी झारखंड बोर्ड के सीईओ राखाल चन्द्र बेसरा द्वारा आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पत्रकारों को दी गई.
झारखंड के लाल नंदलाल नायक और उनके बैंड द्वारा महोत्सव का होगा शानदार आगाज
खादी बोर्ड के सीईओ श्री बेसरा ने बताया की कल उद्घाटन समारोह में झारखंड के लाल जिन्होंने झारखंड के लोक संगीत की महक को दुनिया भर में फैलाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दीया है. सही मायने में ये झारखंडी संगीत, नृत्य और संस्कृति के राजदूत है. इसलिए उद्घाटन समारोह में श्री नंदलाल नायक और उनके बैंड द्वारा झारखंड वासियों के लिए प्रस्तुति दी जाएगी.
100 सरकारी स्टॉल्स
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खादी बोर्ड के सीईओ राखाल चन्द्र बेसरा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही आम जनों के लिए विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी महोत्सव में शामिल हुए लोगों को दी जाएगी. जिसके लिए लगभग 100 स्टॉल्स होंगे. जिनमें आरबीआई, यूआईडी, डाक विभाग, जेएसएलपीएस, मुख्यमंत्री लघु कुटीर उद्योग, झारक्राफ्ट एवं अन्य सरकारी स्टॉल भी शामिल हो रहे हैं.
हेल्थ चेकअप कैंप
श्री बेसरा ने बताया कि महोत्सव में हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से लोगों के लिए हेल्थ चेकअप कैंप की भी व्यवस्था रहेगी.
8 सेक्शन में कुल 320 स्टॉल
श्री बेसरा ने बताया कि खादी एवं सरस महोत्सव में 8 सेक्शन के कुल 320 स्टॉल है,जिसमें खादी और सरस से जुड़े स्टॉल भी शामिल हैं.

झारखंड के प्रमुख त्यौहार एवं नृत्य के नाम सभी हैंगर
उन्होंने बताया कि सभी सेक्शन झारखंड का प्रमुख त्यौहार सरहुल, मागे, सोहराई एवं टुसू और नृत्य के नाम पर छऊ, पाईका, झुमर एवं दसाई पर रखे गए हैं.
महात्मा गांधी की जीवनी पर आधारित गांधी संग्रहालय
खादी की असली पहचान महात्मा गांधी से है. इसलिए इस बार भी राष्ट्रीय खादी एवं सरस महोत्सव महात्मा गांधी को समर्पित करते हुए महात्मा गांधी के जीवन के हर पहलुओं को समेटे उनकी तस्वीरों के माध्यम से उनके जीवन पर आधारित गांधी संग्रहालय बनाया गया है. यह संग्रहालय महात्मा गांधी के विचार और उनका खादी के प्रति लगाव को दिखाएगा.
मुख्य स्टेज सभागार झारखंड के वीर पुत्र बिरसा मुंडा के नाम
श्री बेसरा ने कहां की जितने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम 28 दिसंबर से 8 जनवरी तक आयोजित किए जाएंगे. जिसमें पारंपरिक लोक नृत्य, गायन एवं वादन, हिंदी गायन, नृत्य नाटिका आधुनिक फोक गायन एवं बैंड शामिल होंगे. वे सभी मुख्य स्टेज पर होंगे. जिसका नाम झारखंड के वीर पुत्र बिरसा मुंडा के नाम रखा गया है.

झारखंडी धुस्का बर्रा से लेकर राजस्थानी, बिहारी, आसामी एवं अन्य राज्यों के स्वादिष्ट व्यंजन बढ़ाएंगे लोगों का जायका.
महोत्सव में झारखंडी धुस्का बर्रा से लेकर राजस्थानी, बिहारी, आसामी एवं अन्य राज्यों के स्वादिष्ट व्यंजनों का भी स्टॉल शामिल होगा.