Ranchi: झारखंड सरकार पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ईडी के पूछताछ से पहले सत्ताधारी गठबंधन द्वारा पूरे राज्य में आक्रोश और भय का जबरदस्ती माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है.
झारखंड प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष का आक्रोश
प्रतुल ने झारखंड प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की के आक्रोश को बताते हुए कहा कि ईडी के अधिकारियों पर हमले का आह्वान किया गया था. झामुमो के प्रवक्ता ने जनता में आक्रोश की बात की. प्रतुल ने कहा, अगले चुनाव में हेमंत सरकार को उखाड़ फेकेंगे.
राजभवन के चारों ओर का प्रदर्शन
प्रतुल ने राजभवन के आस पास निषेधाज्ञा लगने के बाद भी प्रदर्शनकारियों को जाने की छूट के बारे में बताते हुए कहा कि राज्य सरकार अपने दायित्व का निर्वाह नहीं कर रही है. उनके अनुसार, ये सब सरकार प्रायोजित था और सत्ताधारी गठबंधन के इशारे पर विधि व्यवस्था की स्थिति बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है, जो बिल्कुल सही नहीं है. प्रदेश की जनता इस भ्रष्ट सरकार से मुक्ति चाहती है.
सत्ताधारी गठबंधन के नेताओं का निशाना
प्रतुल ने बताया कि अब सत्ताधारी गठबंधन के नेता राजभवन और राज्यपाल पर भी निशाना साध रहे हैं. राजभवन के सामने आज कई संगठनों ने सरकार के द्वारा प्रायोजित प्रदर्शन किया, जिसमें झामुमो के कार्यकर्त्ता शामिल थे. उन्हें यह समझना चाहिए कि यह पांचवीं अनुसूची का क्षेत्र है और यहां राज्यपाल को विशेष अधिकार भी हैं.
संविधान और राज्य सरकार का दायित्व
प्रतुल ने संविधान के आर्टिकल 7 के अनुसार विधि व्यवस्था का राज्य सरकार के विषय में है और मुख्यमंत्री से पूछताछ के दौरान विधि व्यवस्था बनाए रखना भी उनका दायित्व है. अगर सत्ताधारी गठबंधन के इशारे पर विरोधी तत्व पूछताछ के दौरान कोई विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करते हैं, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी.