Imphal: मणिपुर CM एन. बीरेन सिंह ने बताया है कि मणिपुर सरकार ने एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के सदस्यों के खिलाफ FIR दर्ज की है जो मणिपुर राज्य में और अधिक झड़पें पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया की क्राउडफंडेड तथ्य-खोज टीम के तीन सदस्यों के खिलाफ पुलिस मामला दर्ज किया गया है, जो जातीय संघर्ष की मीडिया रिपोर्टों को देखने के लिए मणिपुर गए थे, इस आरोप पर कि टीम द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट ” झूठा, मनगढ़ंत और प्रायोजित”.
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया (ईजीआई) ने शनिवार को जारी रिपोर्ट में कहा कि इस बात के स्पष्ट संकेत हैं कि संघर्ष के दौरान राज्य का नेतृत्व पक्षपातपूर्ण हो गया. रिपोर्ट में अपने निष्कर्ष सारांश में कई टिप्पणियों के बीच कहा गया है, “इसे जातीय संघर्ष में पक्ष लेने से बचना चाहिए था, लेकिन यह एक लोकतांत्रिक सरकार के रूप में अपना कर्तव्य निभाने में विफल रही, जिसे पूरे राज्य का प्रतिनिधित्व करना चाहिए था.”
इंफाल स्थित सामाजिक कार्यकर्ता एन शरत सिंह ने 7 से 10 अगस्त तक मणिपुर आए तीन लोगों – सीमा गुहा, संजय कपूर और भारत भूषण – के खिलाफ पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की. एफआईआर में ईजीआई अध्यक्ष का भी आरोपी के रूप में उल्लेख किया गया है.
एफआईआर में कहा गया है कि ईजीआई रिपोर्ट में चुराचांदपुर जिले में एक जलती हुई इमारत की तस्वीर को “कुकी हाउस” के रूप में कैप्शन दिया गया है.