इंटरनेशनल जोक्स डे पर, हम उन लोगों का सम्मान करते हैं, जो हमारे जीवन में खुशी और ठहाके लेकर आते हैं. यह उन लोगों को सराहने का वक्त होता है, जो हमें हंसाते हैं. इस खास दिन को यादगार बनाने के लिये एण्डटीवी के कलाकार अपने उन साथी-कलाकारों का गुदगुदाने वाला पहलू बता रहे हैं, जिनके पास गजब का सेंस ऑफ ह्यूमर है. यह कलाकार हैं नेहा जोशी (यशोदा, ‘दूसरी माँ’), योगेश त्रिपाठी (दरोगा हप्पू सिंह, ‘हप्पू की उलटन पलटन’) और शुभांगी अत्रे (अंगूरी भाबी, ‘भाबीजी घर पर हैं’).
दूसरी माँ की यशोदा, यानि नेहा जोशी ने बताया, ‘‘कृष्णा (आयुध भानुशाली) सेट पर सबसे बड़ा प्रैंकस्टर है और वह अपने बेहद हंसाने वाले प्रैंक्स तथा चतुराई से भरे चुटकुलों से मेरा मनोरंजन करने का मौका कभी नहीं छोड़ता है. मुझे सीन्स के दौरान शांत रहना पसंद है, लेकिन वह हमेशा टाॅप गियर में रहता है और ब्रेक के दौरान लगातार बात करता रहता है. उसकी तात्कालिक मिमिकिंग और मजेदार वाॅइसओवर्स हमेशा मेरा मनोरंजन करते हैं और मैं दिल खोलकर हंसती हूँ. इमोशनल सीन्स के दौरान भी वह चुटकुलों से मूड को हल्का कर देता है और मैं मुस्कुराती हूँ.
किसी भी स्थिति में आपको हंसा देने वाले इंसान का आपके साथ होना अनमोल होता है और आयुध मेरे लिये वही इंसान है. उसके चुटकुले और प्रैंक्स लगातार बेहतर हो रहे हैं और उसकी मौजूदगी बहुत खुशियाँ और जिंदादिली लेकर आती है. इंटरनेशनल जोक्स डे पर मैं उन लोगों की आभारी हूँ, जो हमारी जिन्दगी के लिये जरूरी हंसी लेकर आते हैं और हमारा उत्साह बनाये रखते हैं.’’
‘हप्पू की उलटन पलटन‘ के दरोगा हप्पू सिंह, यानि योगेश त्रिपाठी ने बताया, ‘‘इंटरनेशनल जोक्स डे पर आइये हम उन लोगों की तारीफ करें, जो अपनी परफेक्ट काॅमिक टाइमिंग से हमारी जिन्दगी में आनंद और खुशियाँ लेकर आते हैं. यह श्रेय जाता है हिमानी जी को, जो कि हमारे शो की बेमिसाल कटोरी अम्मा हैं. हंसाने के मामले में वह असल में एक उस्ताद हैं, क्योंकि उनकी काॅमिक टाइमिंग में कोई गलती नहीं होती है और वह ह्यूमर से सकारात्मकता फैलाने में माहिर हैं. उनके चुटकुले हमेशा दिल में उतर जाते हैं और हमें लोटपोट कर देते हैं. सेट पर चुटकुलों, मजाक और हंसाने वाली हरकतों के लिये उनका ही भरोसा है.
काॅमेडी के मामले में वह निर्विवाद रूप से एक चैम्पियन हैं और हमें पर्दे पर और पर्दे के पीछे भी हंसाती हैं. हमें खुश रखने वाले, मौलिक रूप से मजेदार लोगों का आभार!’’
‘भाबीजी घर पर हैं‘ की अंगूरी भाबी, यानि शुभांगी अत्रे ने बताया, ‘‘मजाक और ह्यूमर के मामले में हम सभी जिंदादिल हैं, ‘योर्स ट्रूली’ समेत (हंसती हैं). लेकिन ह्यूमर में आसिफ जी (ऊर्फ विभूति नारायण मिश्रा) से बेहतर कर पाना खाली हाथों से फिसलने वाली एक मछली पकड़ने जैसा है, मतलब कि असंभव! वह भारतीय टेलीविजन के मौजूदा ‘‘किंग आॅफ काॅमेडी’’ हैं! हर सप्ताह वह इन अजीब और मजेदार किरदारों में ढल जाते हैं, जो कि करने में बहुत मुश्किल, लेकिन असाधारण तरीके से मजाकिया होते हैं.
लगता है कि वह हंसाने की सुपरपावर के साथ ही जन्मे थे. वह एक असली कलाकार और बेहतरीन काॅमेडियन हैं, जिनके पास लोटपोट कर देने वाले वाॅइसओवर्स, अजीबोगरीब वेशभूषाएं, चतुराई वाले संवाद और अनमोल अभिव्यक्तियाँ हैं. और निजी तौर पर आसिफ जी चुटकुलों का खजाना हैं और अपने शानदार सेंस आॅफ ह्यूमर से हमेशा हमें गुदगुदा कर ही मानते हैं और सेट पर हंसी के साथ सकारात्मकता लेकर आते हैं. तो इस इंटरनेशनल जोक्स डे पर, आइये हम एक बात याद रखेंः ‘‘हमेशा हंसते रहिये और हंसाते रहिये’’, क्योंकि आखिरकार हंसी सबसे अच्छी दवा है!’’