Palamu: नवाबाजार थाना के निलंबित दारोगा लालजी यादव की शव थाने में झूलती पाई गई. आत्महत्या जैसी दिखने वाली इस मौत से हर कोई हैरान है. एक ओर लोगों में आक्रोश है और घटना के तुरंत बाद हाईवे को जाम कर दिया. वहीं दूसरी और पूरे मामले की CBI जांच की मांग की जा रही है.
लालजी यादव 20212 बैच के दारोगा थे. मौत के तीन दिन पहले ही कार्रवाई करते हुए एसपी ने सस्पेंड किया था. उनपर डीटीओ से अभद्र व्यवहार करने और वरीय अधिकारियों के आदेश का उल्लंघन का आरोप था.
जानकारी के अनुसार वे रांची के बुढ़मू थाने में मालखाना का प्रभार देने गए थे वहां से वापस लौटने के बाद उनका शव नवाबाजार थाना परिसर में फंदे से झूलता हुआ पाया गया.
थानेदार की संदिग्ध मौत की खबर इलाके में आग की तरह फैली और लोग आक्रोशित हो गए. स्थानीय ग्रामीणों ने एनएस 98 को जाम कर दिया. मौके पर लोगों ने एसपी के खिलाफ नारेबाजी भी की.
लालजी यादव के मौत पर पुलिस प्रशासन का कहा है कि मामल की जांच की जा रही है. पहली नजर में मामला आत्महत्या जैसा लग रहा है. लेकिन कोई भी आत्महत्या की बात पर यकीन नहीं कर पा रहा है.
लालजी यादव की मौत संदिग्ध, CBI जांच की मांग
आजसू पार्टी केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने शोक व्यकत करते हुए कहा कि नावाबाजार, पलामू के पूर्व थाना प्रभारी लाल जी यादव की आत्महत्या की घटना अत्यंत दुःखद है. निलंबन के चार दिनों बाद ही इस तरह की घटना होना, कई प्रश्नचिह्न खड़ा करता है. निश्चित रुप से यह आत्महत्या संदेह के घेरे में आता है. झारखण्ड की माटी के लाल जी यादव की संदेहास्पद मौत पर आजसू पार्टी सीबीआई जांच की मांग करती है. साथ ही सरकार परिजनों को मुआवजा एवं आश्रितों को नौकरी सुनिश्चित करे.
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि नावा बाजार पलामू के पूर्व थाना प्रभारी लालजी यादव की आत्महत्या राज्य सरकार पर कई सवाल खड़े कर रही है. अवैध कार्यों पर उनकी कड़ाई शायद सत्ताधीशों को रास नहीं आ रही थी? कोई भी ईमानदार अधिकारी इस सरकार में काम नहीं कर सकता है. बहुत ही दुखद और मन को झकझोर देने वाली घटना.
राजद नेता सुभाष यादव ने भी लालजी यादव की मौत को संदिग्ध बताया है. उन्होंने झारखंड पुलिस और मुख्यमंत्री से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि नावा बाजार, पलामू के पूर्व थाना प्रभारी लालजी यादव की आत्महत्या की खबर अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और दुःखद है. एक कर्तव्यनिष्ठ और ईमानदार युवा पुलिस अधिकारी के रूप में जाने जाने वाले लालजी अक्सर अवैध उत्खनन और वसूली को रोकने की दिशा काम करते रहे हैं, जिस कारण उनपर अक्सर दबाव रहता था.
रांची सांसद संजय सेठ ने कहना है कि पलामू जिले में युवा दरोगा लालजी यादव ने आत्महत्या कर ली. यह मामला सिर्फ आत्महत्या का नहीं है बल्कि यह पूरी व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह है. आखिर एक दारोगा ऐसा कदम क्यों उठाएगा? यह पूरा मामला संदेह के घेरे में है. इस प्रकरण की किसी स्वतंत्र एजेंसी से या सीबीआई से जांच करानी चाहिए.