Khunti: रांची के सामाजिक कार्यकर्ता मुस्तफा अंसारी ने खूंटी जिले के तोरपा की घटना मामले में पुलिस कर्मियों पर मॉब लिंचिंग का आरोप लगाया है. मुस्तफा अपने समर्थकों के साथ तोरपा के रोडो गांव जाकर पीड़ित परिवार के परिजनों से मुलाकात किया.
बता दे कि 27 नवंबर को रोडो में पुलिस आधी रात को पहुची थी. परिवार के लोगो ने बताया कि वारंट मांगने पर नही दिखाया. घर पर दो बीमार बुजुर्ग समेत सभी महिलाएं थी. बताया गया कि पुलिस तीन दरवाजा को तोड़कर घर में दाखिल हुई थी. हर कमरे की तलाशी ली गयी. घर की महिलाएं बहुत डर गयी थी. पुलिस के साथ मौके पर कोई महिला पुलिस कर्मी नही थी. इस दौरान दादा जी गिर गए और उनकी मौत हो गयी.
मुस्तफा अंसारी ने कहा कि खूंटी जिला के तोरपा प्रखण्ड रोड़ो गांव में इजहार अंसारी को पुलिस के द्वारा उनके घर में घुस कर जो बर्बरता किया गया, जिसका हम घर निंदा करते है.
उन्होंने कहा कि इस घटना से अल्पसंख्यक समुदाय में काफी रोष है.
श्री अंसारी ने कहा इजहार अंसारी कोई अपराधी प्रवृति का व्यक्ति नहीं था, लेकिन क्या ऐसी स्थिति आन पड़ी की दरवाजे को तोड़ कर पुलिस घर में घुस जाती हैं और घर में मौजूद महिलाओं के साथ दुर्व्यहार करती है.
उन्होंने कहा कि इस मामले में सभी शामिल पुलिस के लोगो पर मॉब लांचिंग कर मामला दर्ज होना चाहिए. जिस मामले को लेकर यह घटना घटी है इसका सूत्रधार पुलिस खुद है.
साथ ही कहा कि बहुत उम्मीद के साथ में राज्य की जनता ने हेमंत सरकार को लाया था, लेकिन पूरे झारखंड की जनता को निराशा ही हाथ मिला. इस मौके पर जाकिर अंसारी,मुस्लिम फैजी,नसीम अंसारी,मुजाहिद अंसारी,अमानत अंसारी, मोनाजीर हसन अंसारी सभी रांची से पीड़ित परिवार से मिलने खूंटी पहुंचे थे.