Extra Income: Ideas and Tips for Increasing Your Earnings

जिहादी संगठन ने किया पाकिस्‍तान में आतंकी हमला, जवाबी कार्रवाई में मारे गए 6 टेररिस्‍ट

जिहादी संगठन ने किया पाकिस्‍तान में आतंकी हमला, जवाबी कार्रवाई में मारे गए 6 टेररिस्‍ट

Pakistan AirForce Terrorist Attack: पाकिस्तान के मियांवाली एयरबेस पर एक बड़ा आत्मघाती हमला हुआ है. इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन तहरीक-ए-जिहाद ने ली है. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक मियांवाली एयरबेस को हमले में भारी नुकसान हुआ है. 

पाकिस्तानी सेना ने बयान जारी कर बताया है कि उसने आतंकी हमले को नाकाम करते हुए 6 आतंकियों को मार गिराया है. इसके साथ ही सेना ने बताया है कि आतंकियों की खिलाफ ऑपरेशन खत्म हो गया है और फिदायीन हमले की वजह से एयरफोर्स के तीन एयरकाफ्ट को नुकसान पहुंचा है.

पाकिस्‍तानी एयरबेस में कैसे घुसे आतंकी? 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकवादियों ने मियांवाली एयरबेस में घुसने के लिए सीढ़ियों का इस्तेमाल किया था. आतंकी ने दीवारों पर सीढ़ी लगाई और परिसर में दाखिल हो गए और एक के बाद एक कई धमाके किए. 

तहरीक-ए-जिहाद ने क्या कहा? 

तहरीक-ए-जिहाद के प्रवक्ता मुल्ला मोहम्मद कासिम पाकिस्तानी एयरफोर्स पर हुए फिदायीन हमले की जिम्मेदारी ली है. प्रवक्ता ने दावा किया है कि हमले में कई हमलावर शामिल थे. 

मियांवली एयरफोर्स बेस पर 9 मई को इमरान खान के समर्थकों ने तब हमला कर दिया था जब उनकी गिरफ्तारी हुई थी. इमरान खान के समर्थकों ने बेस पर आगजनी की थी. गिरफ्तारी से नाराज समर्थकों ने एक एयरक्राफ्ट को भी आग के हवाले कर दिया था. 

तहरीक-ए-जिहाद संगठन क्या है ? 

तहरीक-ए-जिहाद एक आतंकी संगठन है, जिसके बारे में बहुत ज्यादा जानकारी मौजूद नहीं है. तहरीक-ए-जिहाद पहले चमन, बोलान, स्वात के क्षेत्र कबल और लकी मरूत में हमलों की जिम्मेदारी ले चुका है. लेकिन कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ये संगठन कई हमलों में शामिल नहीं था मगर हमले की जिम्मेदारी ले ली.

READ:  Women's Asian Champions Trophy 2023: भारत की नजर दूसरी बार घरेलू मैदान में खिताब जीतने पर

मियांवाली एयरबेस

एमएम आलम एयरबेस मियावली, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है. यह पाकिस्तानी एयरफोर्स के नॉर्दर्न एयर कमांड के अंतर्गत आता है. मियांवाली में द्वितीय विश्व युद्ध की एक एयरस्ट्रिप थी लेकिन 1965 भारत-पाक युद्ध के समय इसे एक सैटेलाइट एयरबेस के रूप में अपग्रेड किया गया था. 1971 भारत-पाक युद्ध के वक्त इस एयरबेस को पूरी तरह से ऑपरेशनल किया गया था. 

पिछले 10 सालों से रांची में डिजिटल मीडिया से जुड़ाव रहा है. Website Designing, Content Writing, SEO और Social Media Marketing के बदलते नए तकनीकों में दिलचस्‍पी है.

Sharing Is Caring:

Leave a Reply

%d bloggers like this: