Ranchi: रांची के रेडियम रोड स्थित होटल आलोका के सभागार में झारखंड प्रदेश वैश्य मोर्चा की कोर कमिटि की बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता वैश्य मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष महेश्वर साहु एवं संचालन प्रधान महासचिव बिरेन्द्र कुमार ने
किया.
बैठक में सर्वप्रथम 3 अगस्त को राजभवन के समक्ष सम्पन्न त्राहिमाम महाधरना की समीक्षा की गई और इस महाधरना को सफल बनाने के लिए सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया गया. साथ ही उम्मीद व्यक्त किया गया कि महामहिम राज्यपाल द्वारा बजरा ग्राम के मूल रैयतों के लिए शीघ्र ही सकारात्मक पहल किया जाएगा.
तत्पश्चात बैठक में तय किया गया कि आगामी 9 अगस्त को क्रांति दिवस के अवसर पर रामगढ़ के रोटरी क्लब में ‘वैश्य प्रतिनिधि सम्मेलन’ का आयोजन किया जाएगा और पिछड़े वर्ग को 27% आरक्षण देने, छोटे व्यवसायियों-दुकानदारों की 10 लाख रुपये तक का ऋण माफ़ी, कोरोना काल में असमय मौत के शिकार हुए परिवारों को मुआवजा देने तथा रांची के बजरा ग्राम के रैयतों की जमीन वापसी पर चर्चा करते हुए आगे की रणनीति एवं कार्यक्रमों की घोषणा की जायेगी.
बैठक में यह भी तय हुआ कि कोविद-19 के प्रोटोकॉल के तहत यह सम्मेलन किया जाएगा, इसलिए सभी पदाधिकारियों, सदस्यों एवं अतिथियों सहित 75 से 80 प्रतिनिधि ही शामिल होंगे. बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों को इसकी जवाबदेही भी सौंपा गया.
इस अवसर पर बैठक को संबोधित करते हुए केंद्रीय अध्यक्ष महेश्वर साहु ने कहा कि वैश्य मोर्चा झारखंड के 40% आबादी वाले वैश्य समाज का संगठन है और कहीं भी वैश्य समाज के साथ अन्याय एवं जुल्म होगा वैश्य मोर्चा पीड़ित के साथ खड़ा नजर आयेगा.
श्री साहु ने कहा कि हम किसी सरकार या दल का विरोधी नहीं हैं। लेकिन वैश्य समाज के लोगों ने भी अलग राज्य की लड़ाई में कुर्बानियां दी है तो सरकार को चाहिए वैश्य समाज की ओर भी ध्यान दें.