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Ranchi: झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 3 सितंबर से शुरू हो रहा है. इस दौरान उन लोगों को ही विधानसभा के कैंपस में एंट्री मिलेगी, जिन्होने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन के दोनो डोज लगवा लिये हैं.
जिन्होंने वैक्सीन के दोनों डोज नहीं ले सके हैं, वो तभी विधानसभा में प्रवेश कर सकेंगे जब कोरोना जांच की ताजा निगेटिव रिपोर्ट साथ लेकर पहुंचेंगे. ऐसा नहीं करने पर उन्हें यहां दाखिल होने नहीं दिया जाएगा. प्रवेश द्वार पर ही रोक दिया जाएगा. तीन से नौ सितंबर तक प्रस्तावित सत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने, कोविड से संबंधित प्रोटोकाल और कोरोना जांच सुनिश्चित करने का आदेश झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो ने दिया है.
मंगलवार को उनके कार्यालय कक्ष में संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम की मौजूदगी में वरीय अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक हुई. स्पीकर ने सत्र के दौरान पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी और पुलिस बल प्रतिनियुक्त करने का भी आदेश दिया है.
उन्होंने कहा कि कोविड जांच और प्रोटोकाल का पालन करने पर ही विधानसभा परिसर में प्रवेश की अनुमति दी जाए. विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान अल्पसूचित और तारांकित प्रश्नों का उत्तर तिथि से एक दिन पहले सभा सचिवालय को सुबह छह बजे तक उपलब्ध कराने का विभागों को निर्देश दिया गया.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मानसून सत्र में किसी विधेयक को लाया जाना या संशोधन विधेयक को प्रस्तुत करना हो, तो उसे समय पर विधानसभा सचिवालय को उपलब्ध कराया जाए.
संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने सत्र के दौरान उन विभागों के अधिकारियों को विशेष रूप से उपस्थित रहने का निर्देश दिया, जिनके विभागों से संबंधित सवाल या ध्यानाकर्षण होगा.
मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने इस दौरान विधानसभा में स्थायी पुलिस कंट्रोल रूम बनाने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया.
पेपरलेस बनाने की दिशा में बढ़ रहे आगे
विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों की बैठक में कहा कि हम आनलाइन प्रश्नोत्तरी प्रणाली की दिशा में और भी मजबूत हुए हैं. इसे अधिक व्यापक बनाने के लिए सभी प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं.
उन्होंने सभी विभागों से कहा कि इसमें वे पूरा सहयोग करें. राज्य विधानसभा में प्रश्न ई-मेल के माध्यम से लिए जाते हैं, लेकिन आफलाइन प्रक्रिया भी संचालित है. इसके अलावा संसदीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार की योजना इ-नेवा (नेशन, ई-विधान) को पूरी तरह आत्मसात करके विधानसभा को पेपरलेस बनाया जाएगा.
दलों की भी तैयारी, दो को विधायकों की अलग-अलग बैठक
विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर विभिन्न दलों ने भी तैयारी आरंभ कर दी है. सत्तारूढ़ दल झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद के विधायकों की संयुक्त बैठक दो सितंबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर होगी.
इस दौरान विधानसभा सत्र को लेकर रणनीति बनाई जाएगी. उधर, भाजपा ने भी दो सितंबर को विधायकों की बैठक बुलाई है. बैठक में सरकार को घेरने की रणनीति बनाई जाएगी. भाजपा ने नई नियुक्ति नियमावली समेत कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार की आलोचना करते हुए ऐसे संकेत दिए हैं कि सत्र के दौरान विधायक मुखर रहेंगे। सत्र के दौरान अनुपूरक बजट भी पेश किया जाएगा.
झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के कार्यक्रम
3 सितंबर : शपथ या प्रतिज्ञान ग्रहण (यदि हो), राज्यपाल द्वारा प्रख्यापित अध्यादेशों की प्रमाणित प्रति सभा पटल पर रखा जाना और शोक प्रकाश.
4-5 सितंबर : अवकाश
6 सितंबर : प्रश्नकाल, मुख्यमंत्री प्रश्नकाल, वित्तीय वर्ष 2021-2022 के प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी का उपस्थापन.
7 सितंबर : प्रश्नकाल, प्रथम अनुपूरक पर सामान्य वाद-विवाद, मतदान, विनियोग विधेयक का उपस्थापन.
8 सितंबर : प्रश्नकाल, राजकीय विधेयक, अन्य राजकीय कार्य.
9 सितंबर : प्रश्नकाल, राजकीय विधेयक, अन्य राजकीय कार्य, गैर सरकारी सदस्यों के कार्य (गैर सरकारी संकल्प).