Ranchi: 18 जून को जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी द्वारा भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री अमर कुमार बाऊरी के ऊपर जिस प्रकार से भद्दी- भद्दी शब्दों का उच्चारण करते हुए टिप्पणी किया है. इसे झारखंड के दलित समाज को आघात पंहुचा है. एक लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत विधायक चुनकर आये और इसी व्यवस्था से चयनित विधायक अमर कुमार बाऊरी को साऊथ का गुंडा एवं अन्य-अन्य शब्द से संबोधित करना यह अलोकतांत्रिक है. यह बातें भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश मंत्री कमलेश राम ने संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर कहा.
साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि इरफान अंसारी कांग्रेस के विचारधारा और सोच को जनता के बीच प्रदर्शित कर रहे हैं. कांग्रेस पार्टी कभी नहीं चाहती कि दलित का उत्थान हो. विधायक इरफान अंसारी सोने की चम्मच लेकर पैदा हुए हैं और हमारे नेता अमर कुमार बाऊरी संघर्ष के बल पर यह मुकाम तक पंहुचे हैं और इरफान अंसारी तो पिताजी के पैरवी से मेडिकल कॉलेज में नामांकन करवा लिया और फर्जी डाक्टर की उपाधि लेकर घूम फिर रहे हैं. ये मैं नहीं बोलता कांग्रेस पार्टी के अंदरखाने से बोली जाती है. फर्जी डिग्री के कारण ही राज्य के मंत्री नही बनाया गया अब इन्हें जामताड़ा का विधायक भी वहां लोग बनने नही देंगे.
जामताड़ा के चिरुडीह गांव के एक दलित परिवार को वहीं के विधायक के समर्थन में उनके सहयोगी लोग अर्थात एक विशेष समुदाय के लोगों द्वारा मारपीट, जमीन लूटने और शोषित करने के मामले के साथ राज्य के अन्य मामले पर न्याय मांगने के लिए अमर कुमार बाऊरी 18 जून को राज्य के राज्यपाल श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के पास पीड़ित परिवारों को साथ लेकर गये थे. उन्होंने वहां पर बताया कि झारखंड में वर्तमान सरकार के कार्यकाल में दलितों के साथ अन्याय और अत्याचार की घटना काफी तेजी से बढ़ रही है. जिसे रोकने की अत्यंत आवश्यकता बताते हुए न्याय की गुहार लगाये थे. जब जामताड़ा इरफान अंसारी को ये बात पता चली की जामताड़ा वाला मामला अब महामहिम राज्यपाल के पास चला गया तो वो बौखला गये और अमर कुमार बाऊरी पर गलत टिप्पणी कर व्यक्तिगत हमला कर दिया. वो भूल गये कि बाऊरी पूर्व मंत्री के साथ- साथ, विधायक एवं दुनिया के सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के एक बड़े पदाधिकारी हैं.
विधायक इरफान के बौखलाहट और वयान से साफ पता चलता है कि जामताड़ा के चिरूडीह में दलित परिवार पर किसके समर्थन और इशारे पर अत्याचार हो रही है.
दलितों के आवाज उठाना कांग्रेस पार्टी को नागवार गुजरता है तभी तो 70 सालों के राजपाठ में दलितों का विकास नही हो पाया. उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द इरफान अंसारी सार्वजनिक रुप हमारे नेता अमर कुमार बाऊरी से माफी मांगे, नहीं तो उनका आवास का घेराव किया जाएगा. साथ ही साथ राज्य सरकार अविलंब राज्य में हो रहे दलित उत्पीड़न की घटना को रोके नहीं तो दलित समाज सड़क पर उतरकर आंदोलन तेज करेगी.