Islamabad: पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ में मंहगाई बढ़ रही है और कà¥à¤› आवशà¥à¤¯à¤• वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के दाम 228% तक बढ़ गठहैं. इसका मतलब यह है कि हाल के महीनों में à¤à¥‹à¤œà¤¨, गैसोलीन और अनà¥à¤¯ सामानों की कीमत बहà¥à¤¤ अधिक बढ़ रही है.
रमजान के महीने में महंगाई का सामना
रोजे के महीने रमजान के दौरान पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के लोगों को महंगाई की ऊंची दर का सामना करना पड़ रहा है. इसका मतलब यह है कि रोजमरà¥à¤°à¤¾ की चीजों की कीमतें काफी बढ़ रही हैं और पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ में बहà¥à¤¤ से लोग अपनी जरूरत की चीजों के लिठà¤à¥à¤—तान करने के लिठसंघरà¥à¤· कर रहे हैं.
सेंसिटिव पà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¸ इंडिकेटर ने आम आदमी के लिठजरूरी 51 अलग-अलग सामानों की कीमतों में बढ़ोतरी की जानकारी जारी की है. कीमतों में सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ बढ़ोतरी पà¥à¤¯à¤¾à¤œ की हà¥à¤ˆ है, जिसमें 228 फीसदी की बढ़ोतरी हà¥à¤ˆ है. इसके अलावे, आटा, चाय, केला, चावल और अंडे सà¤à¥€ की कीमतों में कà¥à¤°à¤®à¤¶à¤ƒ 120%, 94%, 81% और 79% की वृदà¥à¤§à¤¿ हà¥à¤ˆ.
डीजल और पेटà¥à¤°à¥‹à¤² की कीमतों में बड़ी वृदà¥à¤§à¤¿ हà¥à¤ˆ है, लेकिन सà¤à¥€ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के लिठनहीं. किसी के दाम बहà¥à¤¤ बढ़ गठहैं तो किसी के थोड़े बढ़ गठहैं. इसने बहà¥à¤¤ विवाद पैदा किया है, खासकर जनता के बीच.