Ranchi: रुपा तिर्की हत्याकांड में राज्य सरकार का असली चेहरा सामने आया है. रूपा तिर्की को अपनी बहन कहने वाले राज्य के मुखिया के इशारे पर बेटी के लिए इंसाफ मांगने वाले पिता को ही आरोपी बनाया गया. रूपा तिर्की मामले में राज्य सरकार का आदिवासी और महिला विरोधी चेहरा दिखाई दिया है. यह बात भाजपा प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष आरती कुजूर ने कही.
कहा कि रूपा के परिजनों की गुहार को अनसुना कर मामले में सफेदपोश संदिग्धो को बचाने के लिए राज्य की पुलिस काम कर रही है और हो भी क्यों नहीं जब इस हत्याकांड की धमक मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंच रही हो तो मुख्यमंत्री जी पहले अपनी कुर्सी बचाने का काम करेंगे, भले ही कोई बहन बेटी की बलि ही क्यूं ना देना पड़े.
राज्य के पुलिस प्रशासन शुरू से ही इस हत्या को आत्महत्या करार देने में जुटी है इसके लिए पूरी कहानी तैयार किया गया, मामले को दबाने के लिए सरकार के कुछ लोग परिजनों को अपने अनुसार समझाना चाहा, पहले पटाने की कोशिश की गयी, लोभ दिया गया, नौकरी पैसा का प्रलोभन भी जब परिजनों को सीबीआई जांच से पीछे नहीं हटा सका तो रूपा के पिता को ही आरोपी बनाकर परिजनों को धमकाने का काम किया है. राज्य पुलिस के इस कदम से राज्य सरकार के चेहरे से आदिवासी और महिला हितैषी नकाब उतर गया है. राज्य सरकार अब अपने छिछोरे हरकत पर उतर आयी है. अपने इस हरकत से सरकार बाज नहीं आयी तो पुरे राज्य में आंदोलन किया जाएगा.