Ranchi: विज्ञान भारती झारखंड और वाईबीएन यूनीवर्सिटी के संयुक्त तत्वाधान में विज्ञान दिवस के मौके पर एक दिवसीय गोष्टी के आयोजन किया गया. इस आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि भारतीय प्राकृतिक राल एवं गोंद संस्थान के निदेशक डा केवल कृष्ण शर्मा और विज्ञान भारती झारखंड के संगठन सचिव उपेन्द्र राय शामिल हुए.
विज्ञान दिवस के इस संगोष्ठी में प्रमुख वक्ता डा चंद्रजीत कुमार ने कहा की वर्तमान कोविड परिवेश में विज्ञान एवं तकनीक का महत्व बढ़ता ही गया है. भारत सहित सम्पूर्ण विश्व आज आत्मनिर्भर होने की कोशिश कर रहा है. इसी आत्मनिर्भरता के कारण ही आज भारत पूरे विश्व को विभिन्न प्रकार के सेवाओं को प्रदान करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है.
आईआईएनआरजी के निदेशक ने अपने संबोधन में सभागार में उपस्थित विशेषकर विद्यार्थियों को प्राकृतिक राल तथा गोंद के बहुगामी उपयोग से रूबरू कराया. इस अवसर पर डॉ केवल कृष्ण शर्मा ने वाईबीएन विश्वविद्यालय के साथ मिलकर विज्ञान के क्षेत्र में कार्य करने की रुचि जाहिर की.

भारतीय प्राकृतिक राल एवं गोंद संस्थान के निदेशक डॉ केवल कृष्ण शर्मा ने रविवार को वाईबीएन यूनीवर्सिटी रांची के सभागार में विज्ञान दिवस के अवसर पर विद्यार्थियों से मुलाकात की. सभागार में उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि प्राकृतिक राल एवं गोंद बहुत ही महत्वपूर्ण स्रोत है, जिसका उपयोग सौंदर्य प्रसाधन औषधि उद्योग आदि में बहुतायत में है.
इस अवसर पर उपेंद्र राय ने कहा कि विज्ञान भारती वाईबीएन विश्वविद्यालय रांची के साथ कंधे से कंधा मिलाकर देशज और नई तकनीकों को समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुंचाने के लिए तैयार है. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के तरफ से राम जी यादव ने कहा कि वाईबीएन विश्वविद्यालय पूरे झारखंड में आदिवासी सहित संपूर्ण समाज के जन.कल्याण के लिए सदैव अग्रसर रहेगा.
विज्ञान दिवस 2021 के इस अवसर पर सभागार में अरविंद कुमार, डॉ कमल कांत पात्रा, डॉ राजेश कुमार मिश्रा, राम जी यादव, सुधीर कुमार, मुख्य कार्यकारी अधिकारीर दीपक कुमार आदि उपस्थित रहे.