Ranchi: धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती एवं झारखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कोकर स्थित भगवान बिरसा मुंडा समाधि स्थल में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया.

बिरसा मुंडा की जयंती है आज
बिरसा मुंडा एक महान आदिवासी नेता और स्वतंत्रता सेनानी थे. 15 नवंबर को हर साल उनकी जयंती मनाई जाती है. उनका जन्म 1875 में झारखंड के खूंटी जिले के उलिहातू गाँव में हुआ था. बिरसा मुंडा ने आदिवासियों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया और उन्हें ब्रिटिश शासन से मुक्त कराने के लिए आंदोलन किया.
बिरसा मुंडा ने आदिवासियों को एकजुट करने का काम किया. उन्होंने उन्हें ब्रिटिश शासन के अत्याचारों से जागरूक कराया और उन्हें अपने अधिकारों के लिए लड़ने के लिए प्रेरित किया. बिरसा मुंडा के नेतृत्व में आदिवासी समुदाय ने कई विद्रोह किए. इन विद्रोहों में आदिवासियों ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ जमकर संघर्ष किया.
बिरसा मुंडा के नेतृत्व में हुए विद्रोहों ने ब्रिटिश शासन को काफी परेशान किया. आखिरकार, ब्रिटिश सरकार ने बिरसा मुंडा को गिरफ्तार कर लिया. बिरसा मुंडा को 9 जून, 1900 को उनकी हत्या कर दी.
बिरसा मुंडा की जयंती “जनजातीय गौरव दिवस”
बिरसा मुंडा की जयंती को अब “जनजातीय गौरव दिवस” के रूप में मनाया जाता है. यह दिन आदिवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है. इस दिन आदिवासी समुदाय बिरसा मुंडा के योगदान को याद करता है और उनके सपनों को साकार करने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त करता है.
बिरसा मुंडा एक महान नेता और स्वतंत्रता सेनानी थे. उन्होंने आदिवासियों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया और उन्हें ब्रिटिश शासन से मुक्त कराने के लिए आंदोलन किया. बिरसा मुंडा के योगदान को कभी भुलाया नहीं जाएगा.
आज, बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर, हम उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं और उनके सपनों को साकार करने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त करते हैं.