Lucknow: देश को आज एक दुखद समाचार मिला है. कल्याण सिंह नहीं रहे. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का लंबी बीमारी के बाद शनिवार रात निधन हो गया. पीजीआई के निदेशक प्रो आरके धीमन ने बताया कि उन्हें 4 जुलाई को एसजीपीजीआई के क्रिटिकल केयर मेडिसिन के आईसीयू में गंभीर अवस्था में भर्ती किया था.
लंबी बीमारी और शरीर के कई अंगों के धीरे-धीरे फेल होने के कारण शनिवार रात को उन्होंने अंतिम सांस ली. उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का लखनऊ के संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SGPGI) में सेप्सिस और मल्टी ऑर्गन फेल्योर के कारण निधन हो गया. उन्हें चार जुलाई को संजय गांधी पीजीआई के Critical Care medicine के आईसीयू में गंभीर अवस्था में भर्ती किया गया था.
लंबी बीमारी और शरीर के कई अंगों के धीरे-धीरे फेल होने के कारण आज उन्होंने अंतिम सांस ली. भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक कल्याण सिंह का पार्टी के साथ ही भारतीय राजनीति में कद काफी विशाल था.
कल्याण सिंह की जीवनी
अयोध्या के विवादित ढांचा के विंध्वस के समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह भाजपा के कद्दावर नेताओं में से एक थे. कल्याण सिंह का जन्म 6 जनवरी 1932 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुआ था. उनके पिता का नाम श्री तेजपाल लोधी और माता का नाम श्रीमती सीता देवी था.
कल्याण सिंह का राजनीतिक जीवन
कल्याण सिंह दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और अतरौली के विधानसभा के सदस्य थे. वह बुलंदशहर तथा एटा से लोकसभा सदस्य भी रहने के साथ राजस्थान तथा हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रहे. राज्यपाल के रूप में अपना कार्यकाल समाप्त करने के बाद कल्याण सिंह ने लखनऊ में आकर एक बार फिर से भाजपा की सदस्यता ग्रहण की.