Kalburgi (Karnataka: कोरोना वायरस कोविड 19 से भारत में पहली मौत हुई है. कोरोना से मौत की यह घटना कर्नाटक के कलबुर्गी में हुई है. कोरोना से जिनकी मौत हुई है उनकी उम्र 76 वर्ष है और वह सऊदी अरब से भारत वापिस लौटे थे.
वे हैदराबाद में थे जहां कोरोना वायरस कोविड 19 के संक्रमण के संबंध में उनकी विस्तृत जांच की गई थी. हैदराबाद से वो कलबुर्गी में मौजूद अपने घर लौट आए थे जहां उनकी मौत हो गई.
कर्नाटक राज्य के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने कहा है कि “इस मामले में सभी दिशानिर्देशों का पूरी तरह पालन किया जा रहा है. उन्हें दूसरों से अलग रखा गया है और बीते दिनों में जिन लोगों के संपर्क में वो आए हैं. उन सभी को तलाशने की कोशिश की जा रही है.
ये व्यक्ति तेलंगाना के एक निजी अस्पताल में भी गए थे. इस कारण तेलंगाना सरकार को भी सूचित किया गया है.”
कब और कैसे हुई मौत
सरकार द्वारा जारी एक बयान के अनुसार सऊदी अरब से लौटने के बाद सांस लेने में परेशानी, खांसी और निमोनिया की शिकायत हुई. जिसके बाद 6 मार्च को एक डॉक्टर ने उनके घर पर ही उनका इलाज किया.
लेकिन स्वास्थ्य लगातार बिगड़ने के बाद 9 मार्च को कलबुर्गी में एक निजी अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया. अस्पताल में प्रारंभिक जांच में पाया गया कि उन्हें कोरोना वायरस संक्रमण हो सकता है.
इसके बाद 9 तारीख को विस्तृत जांच के लिए उनके थूक के नमूने को बंगलुरु की एक लैब में भेजा गया था. लेकिन जांच के नतीजे आने से पहले ही कलबुर्गी अस्पताल की सलाह के ख़िलाफ़ जा कर उनके परिवार वालों ने उन्हें हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया.
कलबुर्गी के डिप्टी स्वास्थ्य कमिश्नर ने उन व्यक्ति के परिवार वालों से बात कर उन्हें इलाज के लिए कलबुर्गी के गुलबर्ग इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेस एंड हॉस्पिटल (जीआईएमएस) में भर्ती कराने के लिए मनाने की कोशिश की जहां कोरोना वायरस संक्रमण वाले मरीज़ों को रखने के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है.
परिवार वालों के इनकार के बाद उनका इलाज हैदराबाद में जारी रहा.
बाद में 10 मार्च को जब उन्हें जीआईएमएस लाया जा रहा था रास्ते में उनकी मौत हो गई.
कर्नाटक प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बी श्रीरामुलू ने एक ट्वीट कर कहा है कि इन व्यक्ति की कोरोना वायरस संक्रमण की जांच रिपोर्ट पॉज़िटिव आई थी. बीते दिनों में जिन लोगों से उनकी मुलाक़ात हुई थी उन्हें तलाशने की कोशिश की जा रही है.
हालांकि कर्नाटक में स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि स्पष्ट तौर पर से नहीं कहा जा सकता कि ये मौत कोविड 19 के कारण हुई है क्योंकि जिनकी मौत हुई उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कई दूसरी समस्याएं भी थीं.
अधिकारियों का कहना है कि ऐसे में आम तौर पर मौत के कारणों की जांच का पता लगाने के लिए पोस्टमॉर्टम का सहारा लिया जाता है, लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं होगा क्योंकि शव को तुरंत दफना दिया गया है.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने कहा, “भारत सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार शव को पूरी तरह से डिसइन्फेक्ट कर दफना दिया गया है.”