Chandigarh: पंजाब में गन्ना किसानों ने मंगलवार को अपना आंदोलन समाप्त करने का एलान कर दिया. 4 दिन से लगातार गन्ने की कीमतों को बढ़ाने की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन जारी था.
अब प्रदेश सरकार द्वारा गन्ने का भाव 360 रुपये प्रति क्विंटल देने की घोषणा की गयी है. राज्य में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने साल 2021-22 के गन्ना पिराई सीजन के लिए गन्नों के भाव बढ़ा दिए हैं.
अब किसानों को अधिकतम 50 और न्यूनतम 35 रुपये का फायदा होगा. वहीं सरकार द्वारा बढ़ाई गई गन्ने की कीमत हरियाणा के गन्नों से 2 रुपये अधिक हो गई है.
पूरा विवाद मंगलवार बाद दोपहर मुख्यमंत्री की किसान यूनियनों के नेताओं के साथ बैठक में हल हुआ. इस बैठक में कैप्टन ने राज्य में घोषित गन्ना मूल्य (एसएपी) बढ़ाने पर सहमति जताते हुए कहा कि पिछले तीन-चार वर्षों में राज्य की खराब वित्तीय स्थिति ने सरकार को गन्ने के उचित मूल्य में वृद्धि करने से रोक दिया था.
उन्होंने कहा कि वर्तमान आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए सहकारी और निजी चीनी मिलों से जुड़े किसानों की जरूरतों के बीच संतुलन बनाना बहुत मुश्किल है.
उन्होने कहा कि वह हमेशा किसानों के साथ हैं और हमेशा उनकी भलाई के लिए हर संभव प्रयास करना चाहते हैं.
वहीं किसान यूनियन नेताओं का पहले कहना था कि पंजाब में पहले शुरुआती किस्म के गन्ने की कीमत 325 रुपये, मध्यम की कीमत 315 रुपये और देर से पकने वाली किस्म की कीमत 310 रुपये थी.
उनका कहना था कि पंजाब पहले भी हरियाणा की तर्ज पर गन्ने के दाम बढ़ाने में नाकाम रहा है, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा है. लेकिन अब किसानों के हित में प्रदेश के इस फैसले को लेकर किसान मोर्चे के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री का मुंह मीठा करवाकर अपनी खुशी जाहिर की.