Kisan Andolan: किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. वे दिल्ली चलो मिशन पर हैं. हरियाणा और पंजाब के किसान दिल्ली बॉर्डर के हर एंट्री पाइंट पर जमे हुए हैं, जहां पुलिस पूरी तैयारी के साथ तैनात है. पुलिस ने दिल्ली के बाहर ही किसानों को रोक दिया है. दिल्ली के हर एंट्री गेट के सामने सैकड़ों की संख्या में किसान डटे हुए हैं. इस बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आंदोलनकारी किसानों को नसीहत दी है.
किसान दिल्ली पहुंच कर प्रदर्शन करना चाहते हैं. किसानों के दल-बल और हुजूम देखते हुए पुलिस ने उन्हें दिल्ली एंट्री से पहले ही रोक रखा है. पुलिस का मानना है कि किसानों के दिल्ली में एंट्री होते ही कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती है.
किसानों ने मांगी विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति
इधर पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंढ़ेर ने कहा है कि हम पूरी तरह सकारात्मक हैं. बैठक से हमें काफी उम्मीद है. आज हमारी मंत्रियों के साथ बैठक है और हम चाहते हैं कि पीएम मोदी उनसे बातचीत करें ताकि हम अपनी मांगों के समाधान तक पहुंच सकें. हमें दिल्ली में शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति दी जानी चाहिए.
किसानों को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने मंगवाए आंसू गैस के 30 हजार गोले
किसान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन कर रहे हैं और फिलहाल सैकड़ों किसान सीमाओं पर डेरा डाले नजर आ रहे हैं. इस बीच सुरक्षाकर्मी उन्हें देश की राजधानी में घुसने से रोकने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने तैयारियों के तहत आंसू गैस के 30,000 गोले मंगवाए हैं.
किसानों ने शुरू किया रेल रोको आंदोलन
राजपुरा, पटियाला के प्रदर्शनकारी राजपुरा रेलवे स्टेशन पर रेल पटरियों पर बैठे हैं और ट्रेनों को रोक रहे हैं.
हरियाणा मुख्यमंत्री ने दिया किसानों को सुझाव
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, “उनकी हरियाणा से कोई मांग नहीं है केंद्र से मांग है. दिल्ली जाना हर एक का लोकतांत्रिक अधिकार है लेकिन उसका मोटिव ध्यान करना होता है. इस विषय का अनुभव हम देख चुके हैं. लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा था. वे ट्रेन, बसें, या अपने वाहन में जाएं. ट्रैक्टर परिवहन का साधन नहीं है. चर्चा लोकतांत्रिक तरीके से होनी चाहिए ताकि किसी समाधान तक पहुंचा जा सके.”