योग गुरु बाबा रामदेव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने ओबीसी समुदाय को लेकर कुछ कथित बयान किए हैं. इसके वायरल होने पर चर्चा हो रही है और उससे जुड़े हुए हैशटैग भी सोशल मीडिया पर ट्रेंड में हैं.
वीडियो में रामदेव के द्वारा किए गए बयानों ने सामाजिक मीडिया पर खलबली मचा दी है. यहां तक कि पतंजलि के बहिष्कार से जुड़े हशटैग ट्रेंड हो रहे हैं.
बयान पर पलटवार
बड़े विवाद के बाद, रामदेव ने 13 जनवरी को स्पष्टीकरण जारी किया है कि उन्होंने वीडियो में ‘ओबीसी’ नहीं, ‘ओवैसी’ बोला था. इसके परंपरागत होते हुए भी, यह स्पष्टीकरण विवाद को गहराई से बढ़ा रहा है.
रामदेव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी ओबीसी समुदाय पर कोई आपत्तिजनक बयान नहीं दिया है. उन्होंने ओवैसी के पूर्वजों की सोच को लेकर भी अपनी राय दी, कहते हैं, “मैं उन्हें गंभीरता से नहीं लेता.”
वीडियो में क्या है?
वीडियो में रामदेव द्वारा किए गए बयानों के आसपास विवाद घेरा है. यूजर्स दावा कर रहे हैं कि रामदेव ने ओबीसी समुदाय को अपमानित किया है, जबकि रामदेव इसे खारिज कर रहे हैं.
वीडियो में रामदेव कहते हैं, “मेरा मूल गोत्र ब्रह्म गोत्र है. मैं अग्निहोत्री ब्राह्मण हूं. लोग कहते हैं बाबाजी आप तो ओबीसी हो. ओबीसी वाले ऐसी-तैसी कराए. मैं हूं वेदी ब्राह्मण, मैं हूं द्विवेदी ब्राह्मण, मैं हूं त्रिवेदी ब्राह्मण, मैं हूं चतुर्वेदी ब्राह्मण. मैंने चार वेद पढ़े हैं.”
इस बारे में और विवाद बढ़ रहा है, और इसके अलावा भी सोशल मीडिया पर रामदेव के इस बयान पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
इस विवाद में रामदेव के बयान ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया है. वीडियो के संदर्भ में हो रही चर्चा से लेकर रामदेव के स्पष्टीकरण तक, इस पूरे मामले ने लोगों को आत्मसमीक्षा के लिए मजबूर किया है.