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Ranchi: प्रशांत कुमार महतो ने अपने फेसबुक वॉल पर एक पोस्ट किया है. इसमें उन्होंने झारखंड के एक लोकप्रिय हिन्दी दैनिक अखबार को कटघरे पर खड़ा किया है. खेल पेज पर प्रकाशित एक खबर महेंद्र सिंह धोनी को लेकर है. उन्होंने अखबार में धोनी की छपी तस्वीर की कटिंग को भी पोस्ट किया है. प्रशांत ने कहा है कि अखबार ने धोनी की जिस तस्वीर को 5 जून 2020 पर्यावरण दिवस की बता रही है, दरअसल वह तीन साल पुरानी है. हमने इसका रियलिटी टेस्ट भी किया.
फेसबुक यूजर ने अखबार को लेकर क्या लिखा
प्रशांत ने फेसबुक पर अखबार में धोनी की छपी तस्वीर की कटिंग पोस्ट करते हुए लिखा- बिल्कुल सही कहा था तुमने खेल पत्रकारिता के बारे में कुछ दिनों पहले, आज का एक उदाहरण देख लो ये 7 जून के प्रभात खबर के खेल पेज में छपी फ़ोटो है. फ़ोटो में बताया गया है विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर धोनी ने शुक्रवार को पेड़ लगाया है. लेकिन, जो भी क्रिकेट को हल्का फुल्का फॉलो करता है, जर्सी और धोनी का लुक देख के बता देगा ये कम से कम कल की फ़ोटो नहीं है. जानकारी के लिए बता दूं ये 2017 के श्रीलंका दौरे की है, जब धोनी ने श्रीलंका में अलफोंसो आम का पेड़ लगाया था.

रियलिटी टेस्ट
प्रशांत द्वारा एक बड़े अखबार के विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा किये जाने को हमने गंभीरता से लिया. हमने इसकी पड़ताल शुरू कर दी. सबसे पहले हमने महेंद्र सिंह धोनी और उनकी पत्नी साक्षी धोनी के सोशल मीडिया एकाउंट पर किए गए पोस्ट को खंगाला. प्रभात खबर में छपी धोनी की यह तस्वीर आजकल के तारीख में कहीं नहीं दिखी.
यहां निराशा मिलने के बाद भी हमारी पड़ताल जारी रही. कुछ खास ऑनलाइन टूल्स का इस्तेमाल करके हमने उस तस्वीर को सर्च किया. यहां पर हमें प्रशांत की बातें सही मिली.
प्रभात खबर में 7 जून 2020 को छपी तस्वीर तीन साल पहले कई सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए थे. यह तस्वीर 22 अगस्त 2017 को Theme Resorts & Spas ने पोस्ट किया था. इसमें कहा गया कि महेंद्र सिंह धोनी ने Aliya Resort & Spa में अल्फांसो आम का पौधारोपण किया. इसी तस्वीर को उसी दिन Cricket Addictor फेसबुक पेज पर भी पोस्ट किया गया.

यहां हमारे रियलिटी टेस्ट में प्रशांत कुमार महतो द्वारा अखबार में छपी तस्वीर की विश्वसनीयता पर उठाया गया सवाल सही पाया गया. प्रभात खबर द्वारा खेल पेज पर छपी धोनी के पर्यावरण दिवस के मौके पर पौधारोपण वाली खबर की तस्वीर तीन साल पुरानी है.
