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सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि कोविड-19 की वैक्सीन महिलाओं को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है. इसका संबंध उनके मासिक चक्र से जोड़ा जा रहा है. उसके अलावा, ये भी बताया जा रहा है कि वैक्सीन शुरुआती दिनों में इम्यूनिटी को कम करती है और बाद में खतरनाक कोरोना वायरस से लड़ने के लिए मजबूत इम्यूनिटी विकसित होती है .
पीरियड्स के दौरान कोविड-19 वैक्सीन इस्तेमाल करने पर महिलाओं द्वारा उठाई गई चिंता के बीच केंद्र सरकार ने शनिवार को बड़ा बयान दिया है. उसने उस पोस्ट को खारिज किया जिसे बड़े पैमाने पर शेयर किया जा रहा है और लोगों से ‘फेक पोस्ट’ के झांसे में न आने की अपील की. पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि महिलाओं को कोविड-19 की वैक्सीन को मासिक धर्म के पांच दिन पहले या बाद में नहीं लगवाना चाहिए क्योंकि उस समय उन्हें बहुत कम इम्यूनिटी प्राप्त होती है.
क्या कोविड-19 वैक्सीन महिला के पीरियड्स को प्रभावित करती है?
सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज के मुताबिक कोविड-19 की वैक्सीन महिलाओं को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है अगर वो मासिक चक्र के दौरान डोज लगवाती हैं. इसके अलावा, ये भी कहा जा रहा है कि वैक्सीन शुरुआती दिनों में इम्यूनिटी कम करती है और बाद में मजबूत इम्यूनिटी खतरनाक कोरोना वायरस से लड़ने के लिए विकसित होती है.
प्रेस सूचना ब्यूरो ने एक ट्वीट में कहा, “सोशल मीडिया पर घूम रहा फेक पोस्ट दावा करता है कि महिलाओं को कोविड-19 वैक्सीन अपने मासिक धर्म से पांच दिन पहले या पांच दिन बाद नहीं लगवाना चाहिए. अफवाहों के फेरे में मत पड़ें!”. पीआईबी ने ‘फैक्ट चेक’ अलर्ट में बताया कि 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को 1 मई के बाद टीकाकरण करवाना चाहिए. रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 28 अप्रैल को CoWIN प्लेटफॉर्म पर शुरू हो रही है.
केंद्र सरकार ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पोस्ट को बताया ‘फेक’
इस सप्ताह के शुरू में केंद्र सरकार ने टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण की शुरुआत करने का एलान किया था. 18 साल से ऊपर के हर शख्स के लिए रजिस्ट्रेशन 28 अप्रैल से शुरू हो रहा है. प्रक्रिया कोविन प्लेटफॉर्म और आरोग्य सेतु एप पर पूरी की जा सकेगी. 19 अप्रैल को केंद्र सरकार ने बताया था कि 18 साल ऊपर का हर शख्स 1 मई से कोविड-19 वैक्सीन इस्तेमाल करने का पात्र होगा.