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आईएएस राजीव अरुण एक्‍का के खिलाफ ईडी जांच की मांग को लेकर बीजेपी ने सौंपा ज्ञापन

बीजेपी ने ईडी को ज्ञापन सौंपकर आईएएस अधिकारी राजीव अरुण एक्‍का के खिलाफ जांच की मांग की

Demand for ED inquiry against IAS Rajeev Arun Ekka: झारखंड बीजेपी का एक डेलीगेट आज रांची स्थिन ईडी दफ्तर पहुंचा. यहां उन्‍होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पूर्व प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का के कथित वीडियो से जुड़े प्रकरण को लेकर ज्ञापन सौंपा.

बीजेपी ने अपने ज्ञापन में ईडी से मांग की है कि राजीव अरुण एक्का के खिलाफ मनी लाउंड्रिंग के एंगल से जांच की जाए. पूर्व प्रधान सचिव पर पद के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए बीजेपी ने ईडी से मांग की है कि, वीडियो में जो भी तथ्य हैं, उसकी भी जांच होनी चाहिए.

ईडी को ज्ञापन सौंपने के बाद बीजेपी ने मुख्यमंत्री पर भी निशाना साधा और कहा कि बतौर मुख्यमंत्री उन्होंने जो गोपनीयता की शपथ ली है, उनके प्रधान सचिव ने खतरनाक ढंग से उसका उल्लंघन किया है.

22 सेकेंड का राजीव अरुण एक्‍का का वायरल वीडियो

ईडी को सौंपे ज्ञापन में बीजेपी ने राजीव अरुण एक्का से जुड़े कथित 22 सेकेंड के वीडियो के हवाले से कहा कि वीडियो में राजीव, कुछ फाइलों में दस्तखत करते नजर आ रहे हैं. पास ही एक महिला खड़ी है जो झारखंड की सियासत और ब्यूरोक्रेसी में सीधी पहुंच रखने वाले पावर ब्रोकर, विशाल चौधरी की निजी कर्मचारी है.

बीजेपी ने दावा किया है कि, वीडियो में एक आवाज भी आ रही है जो विशाल चौधरी की है. वह पैसों के लेन-देन की बात कर रहा है.

राजीव अरुण एक्‍का प्रकरण पर बीजेपी का आरोप

बीजेपी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री सचिवालय से वैसी फाइलें विशाल चौधरी के कार्यालय में पहुंचाई जाती थी जिसमें कमाई का मौका होता था.

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बीजेपी का आरोप है कि विशाल चौधरी पैसों की लेन-देन की बात करता था और राजीव अरुण एक्का वहीं फाइलें साइन करते थे।

बीजेपी ने पूर्व प्रधान सचिव पर विशाल चौधरी के साथ मिलकर भ्रष्टाचार में लिप्त होने और देश-विदेश में संपत्तियां अर्जित करने का भी आरोप लगाया है.

बाबूलाल मरांडी ने लगाए थे कई गंभीर आरोप

गौरतलब है कि हाल ही में बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने एक प्रेस वार्ता की थी. इस प्रेस वार्ता में बाबूलाल मरांडी ने 22 सेकेंड का वीडियो जारी किया था. आरोप लगाया था कि वीडियो में बैठे शख्स दरअसल, सीएम हेमंत के प्रधान सचिव हैं. प्रधान सचिव जहां बैठे हैं वह विशाल चौधरी का कार्यालय है.

प्रधान सचिव के पास खड़ी महिला विशाल चौधरी की निजी कर्मचारी है. बीजेपी के आरोपों के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रधान सचिव का तबादला ग्रामीण विकास विभाग में कर दिया था. बाबूलाल मरांडी ने इसे नाकाफी बनाया था

आरोपों पर राजीव अरुण एक्‍का का जवाब

वहीं, इस मामले में अपना पक्ष रखते हुए मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का ने कहा था कि मेरा पूरा करियर बेदाग रहा है. एक वीडियो से कुछ साबित नहीं होता. सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने भी बाबूलाल मरांडी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा था कि वह पहले वीडियो की सत्यता साबित करें.

पिछले 10 सालों से रांची में डिजिटल मीडिया से जुड़ाव रहा है. Website Designing, Content Writing, SEO और Social Media Marketing के बदलते नए तकनीकों में दिलचस्‍पी है.

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