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Ranchi: झारखंड की हेमंत सोरेन की सरकार एक बार फिर लॉकडाउन पर फैसला लेने वाली है. दरअसल सूबे में कोरोना संक्रमितों की तादात हर रोज बढ़ती जा रही है. इससे सरकार की चिंता बढ़ गई है. अब सरकार फिर से लॉकलाडन की बंदिशें लागू करने का विचार कर रही है.
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने सरकार को लॉकडाउन की बंदिशें लगाने का सुझाव दिया है. मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और आपदा प्रबंधन विभाग को इसके लिए पत्र लिखा गया है. इस पत्र में सुझाव दिया गया है कि राज्य में आपदा प्रबंधन प्राधिकार स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान, पार्क और स्वीमिंग पूल आदि को बंद करने का फैसला ले. धार्मिक स्थल और मेले के आयोजन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाए. 15 जनवरी तक शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाए.
इधर सीएम ने ट्वीट कर कहा है कि आज राज्य आपदा प्राधिकार की बैठक होगी. इसमें तमाम बंदिशों पर फैसला ली जाएगी.
रेस्टोरेंट से सिर्फ हो डिलीवरी हो
सुझाव में कहा गया है कि रेस्टोरेंट में बैठकर खाने पर रोक लगा देनी चाहिए. यहां केवल होम डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए.
मॉल में भी केवल कोरोना के दोनों टीके लने वाले कस्टमर को ही एंट्री मिले. यहां सिर्फ 25 फीसदी ग्राहकों को भी प्रवेश की अनुमति मिले.
शादी-अंतिम संस्कार में 50 लोग
शादी-विवाह, अंतिम संस्कार और श्राद्ध कर्म में भी संख्या सीमित रखने की सलाह दी गई है. कहा गया है कि टीके लेने वाले 50 लोगों को ही शामिल होने की अनुमति मिलनी चाहिए.
ऑफिस में 50 फीसदी उपस्थिति हो
सरकारी और गैर-सरकारी दफतरों में 50 फीसदी कर्मचारियों की उपस्थिति हो. वहां एसी चलाने पर रोक हो. कर्मचारियों के बायोमैट्रिक अटेंडेंस पर पूरी तरह रोक होनी चाहिए.

स्कूल-कॉलेज कोचिंग बंद हो
सुझाव में कहा गया है कि स्कूल, कॉलेज और कोचिंग को अगले आदेश तक बंद कर दिया जाये. सिर्फ ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा हो.
पार्क, स्वीमिंग पूल, स्पोर्स्ट्स कॉम्पलेक्स, जिम, इंडोर-ऑडिटोरियम 15 जनवरी तक पूरी तरह बंद हो.
सोशल डिस्टेंसिंग के साथ हाट बाजार खुले
स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि हाट बाजार कड़े सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लगाने की अनुमति देनी चाहिए. गैर-जरूरी चीजों की दुकानें अल्टरनेट डे खुले और शाम पांच बजे तक बंद हो जाये. रविवार को सभी दुकानें बंद हो.
धार्मिक स्थल पूरी तरह बंद हो
अपर मुख्य सचिव ने सभी धार्मिक स्थलों को पूरी तरह बंद करने का सुझाव दिया है. कहा है कि धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं के प्रवेश और किसी तरह की पूजा पर रोक लगे. मेले पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध हो.