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Ranchi: झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार गिराने की साजिश के बीच दो बड़े खुलासे हुए हैं. इस मामले में गिरफ्तार आरोपी ने कबूला है कि महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और भाजपा के प्रदेश महासचि चंद्रशेखर राव बावनकुले, भाजपा नेता चरण सिंह और एक बड़े कारोबारी जयकुमार बेलखेड़े उर्फ बालकुंड ने हेमंत सरकार गिराने की साजिश रची थी.
इन लोगों ने झारखंड के तीन विधायकों की दिल्ली में कई नेताओं से मुलाकात कराई थी. एक करोड़ रुपये एडवांस देने की डील हुई थी. लेकिन, एडवांस नहीं मिला तो विधायक नाराज होकर रांची लौट आए.
ये हैं- बहरही के कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेला, जामताड़ा के कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी और बरकट्ठा के निर्दलीय विधायक अमित यादव. ये तीनों 15 जुलाई को उसी फ्लाइट से दिल्ली गए थे, जिसमें आरोपी गए थे.
इसी बीच कोलेबिरा के कांग्रेस विधायक विल्सन कोनगाड़ी, ने यह कहकर सनसनी फैला दी कि जनवरी में उन्हें भी मंत्रीपद और 50 करोड़ रुपये का ऑफर मिला था.
उन्होंने कहा कि कुछ लोग उनके पास आए थे. कहा था- आपलोग नई पार्टी बना लें. आपको छोड़कर दूसरे लोग तैयार हैं. आप चाहें तो आपको मंत्रीपद मिल सकता है. 50 करोड़ रुपये भी दिए जाएंगे. कम पड़े तो और मिलेंगे.
कोनगाड़ी ने कहा कि मैंने इसकी जानकारी प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह को दे दी थी. तीन-चार महीने सीएम को इसकी जानकारी दी थी. 15 दिन पहले भी सीएम को बताया था कि सरकार गिराने का षड्यंत्र चल रहा है.
मुंबई के नेताओं ने कई नेताओं के साथ कराई थी विधायकों की बैठक
गिरफ्तार आरोपी अभिषेक दूबे ने अपने कबूलनामे में कहा है कि 15 जुलाई को बोकारो के अमित कुमार सिंह ने टिकट भेज दिया था. कहा था कि दिल्ली चलना है. इंडिगो की फ्लाइट शाम 6:10 बजे थी. मेरे साथ फ्लाइट में अमित कुमार सिंह, निवारण महतो और झारखंड के तीन विधायक थे. सभी के टिकट महाराष्ट्र के कारोबारी जय कुमार बेलखेड़े ने भेजे थे.
अभिषेक दूबे ने बताया कि दिल्ली एयरपोर्ट पर दो गाडि़यां खड़ी थी. इनोवा में तीनों विधायक बैठे और हमलोग स्कार्पियो में थे. सभी को द्वारका में फाइव स्टार होटल विवांता ले जाया गया. हम सभी वहां कई नेताओं से मिले. अगले दिन महाराष्ट्र के नेताओं ने तीनों विधायकों की कई नेताओं के साथ मीटिंग कराई. एक करोड़ रुपये एडवांस देने पर बात हुई. एडवांस नहीं मिला तो विधायक नाराज हो गए और दोपहर 3.55 बजे की फ्लाइट पकड़कर रांची चले आए.
जय और मोहित को करनी थी फंडिंग
विधायकों के लौटने के बाद जयकुमार मुंबई के मोहित भारतीय, अमित कुमार और आशुतोष ठक्कर के साथ रांची आए. यहां होटल ली लैक में ठहरे. होटल में अमित कुमार यादव भी थे. पुलिस को पता चला है कि विधायकों को खरीदने के लिए वहीं दोनों पैसे उपलब्ध कराने वाले थे.
मोहित भारतीय 2014 में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं. लब उन्होंने 350 करोड़ रुपये की अपनी चल-अचल संपत्ति घोषित की थी.
मराष्ट्र के पूर्व मंत्री की सफाई- मेरा नाम कैसे आया, नहीं पता
महाराष्ट्र के पूर्व उर्जा मंत्री चंद्रशेखर राव ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा- इस मामले में मेरा नाम कैसे आया, मुझे पता नहीं. मैं 19 जुलाई से उत्तर महाराष्ट्र के दौरे पर हूं. फिलहाल जालना में हूं.

इधर चरण सिंह ने मीडिया को बताया कि मैं काटोल निवास पर हूं. यहां इतना काम है कि झारखंड जाने की फुरसत नहीं है. चरण सिंह काटोल के नगर अध्यक्ष रह चुके हैं. 2019 में विधानसभा चुनाव भी लड़ा था.
झारखंड के तीनों विधायक बोले- अपने काम से दिल्ली गए थे, किसी से नहीं मिले
कांग्रेसी विधायक इरफान अंसारी और उमाशंकर अकेला और निर्दलीय विधायक अमित यादव ने दिल्ली जाने की बात मानी. उन्होंने कहा कि इरफान अंसारी को अपने पिता को देखने जाना था और अमित यादव को पत्नी का इलाज कराना था. इसलिए तीनों साथ गए थे. वहां किसी से मिलना जुलना नहीं हुआ. दो दिन में लौट आए. उन्होंने आरोपियों के किसी भी संबंध को नकारा.
डीएसपी स्तर के अधिकारी करेंगे मामले की जांच
सीटी एसपी सौरभ ने कहा कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. जांच में जो भी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. चूंकि इन आरोपियों पर दर्ज केस में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धाराएं लगी हुई हैं, इसलिए अब डीएसपी स्तर के अधिकारी पूरे मामले की जांच करेंगे. पहले कोतवाली थाना के दारोगा कमलेश राव जांच कर रहे थे.