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बदल गया मुगल गार्डन का नाम, कांग्रेस बोली- क्‍या आप लाल किला और ताज महल का भी नाम बदल देंगे

बदल गया मुगल गार्डन का नाम, कांग्रेस बोली- क्‍या आप लाल किला और ताज महल का भी नाम बदल देंगे

Congress reaction on mughal garden name change: राष्ट्रपति भवन का प्रसिद्ध मुगल गार्डन का नाम बदलने से कांग्रेस की ओर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. मुगल गार्डन का नाम ‘अमृत उद्यान’ किये जाने के बाद विपक्ष भड़का हुआ है. मुगल गार्डन के नाम को बदले जाने पर कांग्रेस भड़क गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने पूछा है कि केंद्र सरकार आखिर क्यों मुगल गार्डन का नाम बदल रही है? क्या यह बीजेपी ने बनाया था? यहां तक कि राष्ट्रपति भवन का भी निर्माण अंग्रेजों ने किया था, तो क्या आप उसे गिराएंगे?”

‘टाइम्स नाउ’ से बात करते हुए कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, ”क्या आप लालकिला और ताजमहल का नाम भी बदलेंगे? यह बीजेपी सरकार की आदत बन गई है. यह संकीर्ण मानसिकता है. वे हमेशा सड़क, शहर के नाम बदल देते हैं और सोचते हैं कि यही विकास है. बीजेपी यह क्या कर रही है. मैं इससे सहमत नहीं हूं कि आप नाम बदल दें. यहां तक कि जिस आवास में प्रधानमंत्री रहते हैं, उसे भी अंग्रेजों ने बनाया. क्या उसे भी गिराया जाएगा? बीजेपी को अपना गार्डन बनाना चाहिए और फिर चाहे उसे अपने हिसाब से नाम दे. मैं नाम बदलने की निंदा करता हूं.”

उन्होंने आगे कहा लोकतंत्र का मतलब होता है कि कभी आप सत्ता में होते हैं, तो कभी सत्ता में कोई और आ जाता है. ऐसे में जब कोई दूसरा सत्ता में आएगा तो क्या यह मतलब है कि वह भी नाम बदलेंगे. जो भी सत्ता में है और नाम को बदल दे तो इसे कौन सही ठहरा सकता है.

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बदला जा चुका है राजपथ का भी नाम

राष्ट्रपति की उप प्रेस सचिव नविका गुप्ता ने एक बयान में कहा, ”आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन उद्यानों को ‘अमृत उद्यान’ के रूप में एक सामान्य नाम देकर प्रसन्न हैं.” सरकार ने पिछले साल दिल्ली के प्रतिष्ठित ‘राजपथ’ का नाम बदलकर ‘कर्तव्य पथ’ कर दिया था. केंद्र का कहना है कि इन चीजों के नाम में बदलाव औपनिवेशिक मानसिकता के निशान को हटाने का प्रयास है.

12 किस्मों के दिखाएं जाएंगे ट्यूलिप के फूल

बयान में कहा गया, ”राष्ट्रपति भवन उद्यानों की समृद्ध विविधता का ठिकाना है. मूल रूप से, उनमें ईस्ट लॉन, सेंट्रल लॉन, लॉन्ग गार्डन और सर्कुलर गार्डन शामिल हैं.”

इस साल के उद्यान उत्सव में, कई अन्य आकर्षणों के साथ ही आगंतुक 12 अनूठी किस्मों के विशेष रूप से उगाए गए ‘ट्यूलिप’ के फूल देख पाएंगे. उद्यान 31 जनवरी, 2023 को आम जनता के लिए खुलेंगे और 26 मार्च, 2023 तक खुले रहेंगे, जबकि हर सोमवार को यह बंद रहेंगे. साथ ही ये उद्यान आठ मार्च को होली के मौके पर भी बंद रहेंगे.

पिछले 10 सालों से रांची में डिजिटल मीडिया से जुड़ाव रहा है. Website Designing, Content Writing, SEO और Social Media Marketing के बदलते नए तकनीकों में दिलचस्‍पी है.

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