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Ranchi: झारखंड में कांग्रेस के ज्यादातर नेता अपने सीनियर नेता राहुल गांधी के फजीहत करने वाले बयान पर कोई टिप्पनी करने से बच रहे हैं. वहीं कुछ नेता राहुल गांधी बयान को वाजिब बताते हुए बचाव कर रहे हैं. बता दें कि राहुल गांधी के एक बयान पर पूरे देश में राजीतिक पारा चढ़ा हुआ है. ऐसे में रांची स्थित कांग्रेस मुख्यालय का कोई भी कद्दावर नेता कुछ भी स्पष्ट तौर पर कहना नहीं चाह रहा है.
राहुल गांधी का बयान
बता दें कि वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर भारत में उन्हें ‘अलग तरह की राजनीति’ की आदत हो गई थी और केरल आना उनके लिए नए तरह का अनुभव है क्योंकि यहां के लोग ‘मुद्दों’ में ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं.
केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीतला के नेतृत्व में आयोजित ‘ऐश्वर्य यात्रा’ के समापन पर राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने केरल के लोगों से काफी कुछ सीखा है और यहां के लोगों की बुद्धिमतता को थोड़ा समझा है. उन्होंने कहा, ‘पहले 15 साल मैं उत्तर भारत से सांसद रहा. इसलिए मुझे अलग तरह की राजनीति की आदत हो गई थी. मेरे लिए केरल आना नया अनुभव था. क्योंकि अचानक मैंने देखा कि लोग मुद्दों में दिलचस्पी रखते हैं, सिर्फ दिखावे के लिए नहीं बल्कि गहनता से उस पर विचार करते हैं.’
राहुल गांधी की उत्तर-दक्षिण वाली पॉलिटिक्स पर उत्तर प्रदेश (Utter Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि सनातन आस्था की तपस्थली केरल से लेकर प्रभु श्री राम की जन्मस्थली उत्तर प्रदेश तक सभी लोग आपको समझ चुके हैं. उन्होंने कहा कि विभाजनकारी राजनीति आपका राजनीतिक संस्कार है. हम उत्तर या दक्षिण में नहीं, पूरे भारत को माता के स्वरूप में देखते हैं.
राहुल गांधी के बयान पर कुछ नहीं कह रहे
राहुल गांधी ने उत्तर भारतीय और दक्षिण भारतीय लोगों को लेकर जो बयान दिया है, उसे लेकर झारखंड के सीनियर कांग्रेस नेता कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं. प्रदेश सरकार में शामिल कांग्रेस के चारों मंत्रियों ने इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया है. इस मामले में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता और मीडिया प्रभारी पार्टी लाइन पर बयान दे रहे हैं.
कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राजेश ठाकुर ने कहा कि इस बात का राजनीतिकरण किया जा रहा है. प्रधानमंत्री अगर कहीं किसी सभा को स्थानीय भाषा में संबोधित करते हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि दूसरी भाषाओं का अपमान हुआ. भाजपा फालतू के मुद्दों पर डिजिटल मीडिया के माध्यम से लोगों का ध्यान भ्रमित करने का प्रयास करती रहती है. भाजपा देश को बांटने की राजनीति करने में यह बात भूल गई है कि कांग्रेस ऐसी किसी राजनीति का हिस्सा नहीं है. असल मुद्दों पर भाजपा को चर्चा करनी चाहिए और महंगाई से लेकर किसानों तक की बातों पर बहस करनी चाहिए जिसके लिए वे तैयार नहीं हैं.
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने इस मामले में कहा है कि कोई भी नेता जब किसी राज्य में जाता है तो वहां के लोगों के बारे में ही सोचता है. जैसे पीएम असम जाते हैं तो कहते हैं कि असम की चाय बहुत अच्छी है, जब बनारस जाते हैं तो कहते हैं मुझे गंगा मैया ने बुलाया है तो जाहिर सी बात है कि जब राहुल गांधी केरल आए तो उन्होंने यहां की जनता की तारीफ की.
उन्होंने कहा कि मुझे नहीं समझ आ रही कि बीजेपी के लोगों को इससे इतना कष्ट क्यों है. ऐसे भी देश का असल मुद्दा यह नहीं है, असल मुद्दा है कि जीडीपी कैसे गिर रही है, महंगाई कैसे बढ़ रही है और यही मुद्दे राहुल गांधी उठा रहे हैं. किसानों की शहादत कैसे हो रही है तो राहुल गांधी को घेरने का भारतीय जनता पार्टी का यह एक घृणित प्रयास है क्योंकि भाजपा हमेशा देश और समाज को बांटने वाली बात करती है.