Ranchi: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार और महाधिवक्ता ईडी की जासूसी कराते हैं. यह बात ईडी ने झारखंड हाईकोर्ट में दायर एफिडेफिट में कहा है.
प्रवर्तन निदेशालय ने हलफनामें में हाईकोर्ट को बताया कि मनी लॉड्रिंग से संबंधित केस में उसकी जाच को बाधित करने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद और महाधिवक्ता राजीव रंजन द्वारा जासूस कराई गई है.
ईडी ने झारखंड हाईकोर्ट में हलफनामे में प्रेस सलाहकार और महाधिवक्ता के बीच टेलीफोनिक बातचीत का एक ट्रांसक्रिप्ट भी सौंपा है. इसमें इन दोनों के बीच ईडी के अधिकारियों की गतिविधियों पर नजर रखने पर बात हुई है.
ईडी के इस चौंकाने वाले खुलासे से पूरी जांच में एक नया मोड़ आ सकता है.
ईडी की ओर से 20 से भी ज्यादा हलफनामे में कहा गया है कि साहिबगंज बड़हरवा टोल प्लाजा टेंडर को लेकर हुए विवाद में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सामने आने पर इसकी जांच की जा रही है. इस मामले को लेकर सीएम के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू ने महाधिवक्ता राजीव रंजन से फोन पर बात की, जिसमें कहा गया है कि एक ऐसा आदमी दीजिए जो ईडी के अधिकारियों की गतिविधियों पर नजर रखे, उनकी जासूसी करे.
यह बातचीत बीते 22 जुलाई को हुई है. 355 सेकेंड की इस बातचीत का पूरा ब्योरा हलफनामे में दिया गया है. इस मामले में हाई कोर्ट के जस्टिस संजय कुमार द्विवेदी की अदालत में 22 दिसंबर को सुनवाई निर्धारित है.
इस हलफनामे में यह भी बताया गया है कि 1000 करोड़ रुपए के अवैध खनन घोटाले में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजे गए पंकज मिश्रा से भी इन दोनों की बातचीत हुई है. सीएम के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू ने महाधिवक्ता से इस बात की जानकारी जुटाने को कहा है कि पंकज मिश्रा से ईडी ने पूछताछ में क्या-क्या सवाल किए हैं.
हलफनामे के अनुसार, महाधिवक्ता राजीव रंजन ने अभिषेक प्रसाद को कहा है कि वे एक एडवोकेट को रख देते हैं जो पंकज से रोज बात करेगा, मिलेगा.
ईडी ने न्यायिक हिरासत में रहने के दौरान पंकज मिश्रा द्वारा फोन पर कई अधिकारियों से बातचीत की भी जानकारी हाई कोर्ट को दी है. पंकज मिश्रा से न्यायिक हिरासत में साहिबगंज और रांची में तैनात पुलिस अफसर भी मिले थे.
यह भी बताया गया है कि पंकज मिश्रा ने ईडी का समन मिलने के बाद जांच को प्रभावित करने के लिए अपने करीबियों और पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया था. उसने कार्यकर्ताओं को प्रदर्शन करने और जुलूस निकालने को कहा था.