सीबीआई ने एफसीआई के सहायक महाप्रबंधक सहित तीन को किया गिरफ्तार
सीबीआई की दिल्ली टीम ने रांची में एफसीआई के कार्यालय पर छापा मारा
#Ranchi: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की भ्रष्टाचार निरोधक ईकाई ने एफसीआई के सहायक महाप्रबंधक को गिरफ्तार किया है. साथ ही चारा घोटाले के आरोपी से सीबीआई के मुखबिर बने दीपेश चांडक को भी गिरफ्तार किया गया है. सीबीआई ने सिकंदर और चांडक के कर्मचारी रंजय चितलगियां को शुक्रवार देर रात उनके कार्यालय और आवास से गिरफ्तार किया.
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि सिकंदर के एक सहयोगी मो शकील और एफसीआई के क्षेत्रीय महाप्रबंधक अमित भूषण को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.
लालू यादव का करीबी है गिरफ्तार आरोपी चांडक
गौरतलब है कि चांडक 900 करोड़ रुपये के चारा घोटाला का एक मुख्य अभियुक्त है जो बाद में सीबीआई का गवाह बन गया. वह बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और पशुपालन विभाग के अधिकारियों का करीबी रहा है.
चांडक का टाटीसिलवे में एक गोदाम है, जिसे उसने एफसीआई को किराये पर दिया है. लीज के करारकी अवधि समाप्त होने वाली है. चांडक लीज की अवधि का विस्तार और किराये की रकम बढ़ाना चाहता है. चांडक का मुख्य ठिकाना कोलकाता में है और रांची में उसका कारोबार चितलगियां देखता है.
गोदाम का किराया बढ़ाने के लिए दी रिश्वत
चांडक के निदेश पर चितलगियां ने लीज की अवधि और किराया बढ़ाने के संबंध में सिकंदर से मिला. उसने इस काम के लिए सिंकदर को घूस की पहली किस्त के रुप में दो लाख रुपये दिये.
लीज विस्तार सही लगे इसके लिए एक कमिटी का गठन किया गया. कमिटी ने गोदाम को देखे बिना ही अपनी रिपोर्ट सौंप दी. सौदे को अंतिम रुप देने के लिए चांडक 10 अगस्त को रांची आया और यहां एफसीआई के अधिकारियों से मिला. रिश्वत की दूसरी किस्त गुरुवार को देने की बात थी.
रिश्वत की रकम के साथ सीबीआई ने किया रंगे हाथ गिरफ्तार
सूत्रों ने बताया कि सीबीआई की दिल्ली टीम ने गुरुवार की शाम उस समय रांची में एफसीआई के कार्यालय पर छापा मारा. जब चितलगियां ने शकील को पांच लाख रुपये दिया. घूस की रकम बरामद कर ली गयी है.
इस बीच सीबीआई ने गिरफ्तार आरोपियों को रांची के विशेष सीबीआई कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने सीबीआई को सोमवार तक उन्हें ट्राजिंट रिमांड पर लेने की अनुमति दी. सीबीआई टीम उन्हे दिल्ली ले जायेगी. क्योकि मामला दिल्ली में सीबीआई में दर्ज किया गया है.