Patna: बिहार विधानसभा में हाल ही में उत्तेजना का बाजार गरम हो गया है, जब राजद के दो विधायक अचानक अपने खेमे से अलग हो गए. इस घटना ने राजनीतिक दलों के बीच हलचल मचा दी है.
सोमवार को विधानसभा में हुए बहुमत परीक्षण के दौरान, जब सभी दलों के विधायक एकजुट हो गए, तो कुछ विधायकों ने अपने खेमों से अलग होने का फैसला किया. यह घटना राजद की बगावत की चर्चाओं को और तेज कर दिया.
अपने खेमों से अलग होने का कारण
राजद के दो विधायकों को सांसद आनंद मोहन के पुत्र चेतन आनंद और बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी शामिल हैं. उन्होंने अपने खेमों से अलग होने का फैसला किया, जिससे सियासी दल में उनके खिलाफ विवाद उत्पन्न हुआ.
राजद का आरोप
विधानसभा के सेंट्रल हॉल में राज्यपाल का संबोधन शुरू होने पर, राजद के ये दो विधायक वहाँ मौजूद नहीं थे. इसके परिणामस्वरूप, संदेह की आग में राजद के पक्ष ने उन पर आरोप लगाए कि उन्हें सत्ता पक्ष के लोगों ने सचेतक के कमरे में बैठाकर उनके साथ साजिश की है.
यह घटना बिहार में चुनावी राजनीति की चुनौतियों को और भी बढ़ा देगी. राजद के इस नए झटके से पार्टी के अन्य नेताओं को भी सतर्क रहने की जरूरत है.
राजद नेता का बयान
राजद के नेता तारिक अंसारी ने कहा, “यह एक साजिश है. हमारे विधायकों को धमकाकर उन्हें अपने खेमे से अलग करने की कोशिश की जा रही है.” उन्होंने इसे राजनीतिक साजिश बताया है.
राजद के इस नए झटके से बिहार की राजनीति में नए मोड़ आ सकते हैं. इसके परिणामस्वरूप, राजनीतिक दलों को सावधान रहने की जरूरत है और चुनावी राजनीति में सावधानी से काम करने की जरूरत है.