Ranchi: आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा है कि इतिहास को सामने रख झारखंड के बेहतरीन भविष्य का निर्माण चुनौती भरा है. लेकिन हम सभी को मिलकर अपनी जिम्मेदारियों और उसूलों पर कायम रहते हुए इन चुनौतियों को हर हाल में पीछे छोडना है.
पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित संकल्प सभा में उन्होंने ये बातें कही. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आजसू पार्टी ने आज पूरे राज्य में संकल्प दिवस का आयोजन के साथ झारखंड के आंदोलनकारियों को सम्मानित किया।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी प्रमुख ने कहा कि मौजूदा राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में उसूलों और यथार्थ के साथ चलना और समझना जरूरी है. साथ ही किसी नेता, कार्यकर्ता और दल का राज्य के प्रति कितना समर्पण है, इसका आंकलन किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि सत्ता एक अवसर है। इस अवसर की असली परीक्षा तब होती है, जब जनता कहे, “मेरी सरकार है”. जनता के यह बोलने पर ही आपकी छवि स्थापित होगी और राजनीति परवान चढ़ेगी. अफसोस, झारखंड जिस हालात से गुजर रहा उसमें यह आवाज नहीं सुनी जा रही. दरअसल जिस संगठन और नेता के सोच में कभी विकास, विचार, चिंतन योग्यता नहीं हो, वो केवल संख्या के आधार पर राज्य का नेतृत्व कर रहे हैं.
कार्यकर्ताओं में जोश भरने के साथ जिम्मेदारियों का एहसास कराते हुए उन्होंने कहा कि हमने एक मुकाम तय किया है. हमारी राजनीति का विषय बिल्कुल स्पष्ट है. हमें कर्तव्यबोध और संकल्प के साथ आगे बढ़ना है. यदि जेहन में कर्तव्यबोध नहीं होंगे तो संगठन बनेंगे, लोग जुटेंगे, आंदोलन होंगे, लेकिन उनका बिखराव भी होगा. झारखंड निर्माण के उद्देश्यों को भी पूरा करने में नाकाम होगा. बदली परिस्थितियों में हमें एक अच्छे और बेहतर झारखंड का निर्माण करना है. आजसू के कार्यकर्ताओं को अपने संघर्ष और एकजुटता को धार देना होगा. यही संघर्ष आने वाले साल 2024 में परिणाम देगा.

इसी महीने से जनपंचायत
श्री महतो ने कहा कि इसी महीने से सभी विधानसभा क्षेत्रों में जन पंचायत लगाने की तैयारी है. कार्यकर्ताओं की यह जिम्मेदारी है कि जनपंचायत जनता के व्यापक हितों में असरदार हो.
आजसू में शामिल
इससे पहले व्यवसायी बबन सिंह अपने समर्थकों के साथ आजसू पार्टी में शामिल हुए. पार्टी अध्यक्ष ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया. कार्यक्रम में डॉ देवशरण भगत, डोमन सिंह मुंडा, संजय बसु मल्लिक, सुनील कुमार सिंह, अंचल किंग्गर, ज्ञान सिन्हा, सीमा सिंह, गौतम सिंह, कैशिक चांद, कामेश्वर प्रधान, सुहेल शाह, भरत महतो, दिनेश चौधरी, एम टी तिर्की, अजीत कुमार, रेखा वर्मा, लाडले खान, प्रभा मेहता, विजेता वर्मा, आशुतोष गोस्वामी,सज्जाद आलम, बंटी यादव, परवाज़ खान, कृष्णा सिंह, दया शंकर झा,अब्दुल जब्बार, ओम वर्म, नीरज वर्मा, नीतीश सिंह आदि मौजूद थे.