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New Delhi: किसान आंदोलन को लेकर चल रहे आरोप-प्रत्यारोप के बीच राष्ट्रपति अभिभाषण के साथ आज से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं. कांग्रेस समेत सभी प्रमुख विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के बहिष्कार के ऐलान के साथ अपने तेवर साफ कर दिये हैं. वहीं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उम्मीद जताई है कि सभी दलों के सहयोग से इस बार सदन सुचारु तौर पर चलेगा और जनता की आशा के अनुरूप अहम मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा होगी.
राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने की घोषणा
कांग्रेस समेत प्रमुख 16 विपक्षी दलों ने संसद के बजट सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने की घोषणा की है. इसका प्रमुख कारण पिछले सत्र में विपक्ष की गैर मौजूदगी में कृषि संबंधित तीन कानूनों को सरकार द्वारा बलपूर्वक पारित कराना है.
विपक्षी दलों के संयुक्त बयान में कहा गया कि केन्द्र सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को मनमाने ढंग से लागू किया है जिससे देश की 60 फीसदी आबादी पर आजीविका का संकट पैदा हो गया है. इससे करोड़ों किसान और खेतिहर मजदूर सीधे प्रभावित हो रहे हैं. दिल्ली की सीमाओं पर किसान पिछले 64 दिन से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं और 155 से ज्यादा किसान अपनी जान गंवा चुके हैं.
किसान आंदोलन के अलावा विपक्ष सरकार को भारत-चीन मुद्दे, देश की गिरती अर्थव्यवस्था और व्हाट्सएप चैट्स लीक मामले को लेकर सदन में केंद्र सरकार को घेरने की भी तैयारी में है. कांग्रेस समेत तकरीबन सभी विपक्षी पार्टियों चीन मुद्दे पर मोदी सरकार की नीति को देश की सुरक्षा करने में असफल करार दिया. चीन मुद्दे के लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर हमलावर हैं.
राहुल गांधी ने लगाया बड़ा आरोप
राहुल गांधी ने अरुणाचल की जमीन पर चीनी गांव के निर्माण को लेकर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल खड़े कर चुके हैं. राहुल गांधी का आरोप है कि चीन भारतीय क्षेत्र में अपने कब्जे का विस्तार करता जा रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री चीन पर एक शब्द नहीं बोलते हैं.
इसके साथ ही वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था को लेकर विपक्ष सरकार के खिलाफ हमलावर है. तमाम विपक्षी नेता देश की गिरती अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी को लेकर लगातार मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों को गठघरे में खड़ा कर रही है.
इन लोगों का आरोप है कि पहले से ही लचर देश की अर्थव्यवस्था की कमर को कोरोना महामारी ने तोड़ दिया है. युवाओं के सपनों के साथ-साथ देश के कामगारों की भी कमर टूट गयी है. देश में बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है.
इतना ही नहीं जानकारी के मुताबिक व्हाट्सएप चैट्स लीक मामले को लेकर भी विपक्ष सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ेगी. ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल के पूर्व सीईओ पार्थ दासगुप्ता के साथ रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अरनब गोस्वामी की व्हाट्सएप चैट्स को लेकर कांग्रेस पहले से ही कांग्रेस हमलावर है.
राहुल गांधी ने देश की सुरक्षा के साथ जुड़ी अतिगोपनीय बातों को पत्रकार के साथ शेयर करने का सरकार पर गंभीर आरोप लगा चुके हैं. कांग्रेस के लोकसभा में मुख्य सचेतक कोडिकुन्निल सुरेश ने कहा है कि देश की सेना एवं सुरक्षा से जुड़ी जानकारी लीक करना राष्ट्रद्रोह है और कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को संसद में जोरदार तरीके से उठाएगी.