Ranchi: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफिले में हमले के बाद झारखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश का बयान आया है. उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते उत्पीड़न का स्वतः स्फूर्त विरोध है मुख्यमंत्री के काफिले का घेराव.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जनता रोज की घटनाओं से ऊब चुकी है. पानी नाक के ऊपर जा चुका है. राज्य का हर व्यक्ति आज अपनी बेटी बहन की इज्जत और उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं.
उन्होंने कहा कि ऐसे में राज्य के मुखिया को जन भावनाओं को समझने की जरूरत है. सरकार इस प्रकार के बढ़ते अपराध पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करे. समाज को शर्मशार करने वाली ऐसी घटनाओं का समाधान करे.
वहीं भाजपा के नेता विधायकदल एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि लोकतंत्र में जब कानून का राज विफल हो जाय तो जनता आंदोलन केलिये बाध्य हो जाती है.
श्री मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री के काफिले को रोके जाने के पहले सरकार का सुरक्षा तंत्र कहां सोया हुआ था. जब मुख्यमंत्री को पता नहीं की लोग सड़क पर मेरे विरोध में खड़े है तो फिर इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इनका सुरक्षा तंत्र कितना विफल है. कहा कि सरकार को ऐसी लापरवाही बरतने वालों पर पहले कार्रवाई करनी चाहिये.
श्री मरांडी ने कहा कि जिसप्रकार से महिलाओं से बलात्कार,उत्पीड़न की घटनाएं एक वर्ष में पूरे प्रदेश में बढ़ी है,यह राज्य केलिये गंभीर चिंता का विषय है.
कहा कि इसमें भी सर्वाधिक प्रभावित राज्य के गरीब,दलित,आदिवासी समाज के लोग हैं. कहा कि पुलिस ओरमांझी की घटना को अबतक ट्रेस नही कर पाई है. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है.
बेटियों को सुरक्षा देने में विफल हेमंत सरकार को करे बर्खास्त
राजधानी रांची में युवती के साथ हुए हैवानियत पर भाजपा ने आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है. घटना की घोर निंदा करते हुए भारतीय जनता पार्टी के विभिन्न मोर्चा प्रदेश भर में विरोध दर्ज किया है. वहीं महिला मोर्चा की अध्यक्ष आरती कुजूर के नेतृत्व में राज्यपाल से मुलाकात कर घटना की निंदा की है. जबकि भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष किशलय तिवारी के नेतृत्व में प्रदेश के सभी जिलों में विरोध जताया गया.
किशलय तिवारी ने कहा कि राज्य की राजधानी में जब बेटियां सुरक्षित नहीं है तो राज्य के अन्य जिलों का हाल समझा जा सकता है. उन्होंने हेमन्त सरकार पर बेटियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि ऐसे विफल सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई औचित्य नहीं है। ऐसे सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए था.
महिला मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर ने कहा कि राजधानी रांची के ओरमांझी में लड़की के साथ जिस तरह से घटना घटी है, वह किसी भी सूरत में बर्दास्त करने योग्य नहीं है. रोंगटे खड़े कर देने वाला यह घटना निर्भयाकाण्ड से भी अधिक पीड़ादायक है. हैवानियत की हद पार कर देने वाले अपराधियों ने जिस प्रकार से युवती के साथ दुष्कर्म कर गुप्तांग को जख्मी व सर काट कर ले गए वह बताता है कि राज्य में कानून का डर समाप्त हो चुका है.
उन्होंने कहा कि कि राज्य की हेमंत सरकार बेटियों को सुरक्षा देने में पूर्ण रूप से विफल रही है. सरकार ढकोसला रूप से 1 साल पूरा करने का जश्न मना रही है वहीं दूसरी ओर राज्य में बेटियों की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है. साल भर में अट्ठारह सौ बेटियों की इज्जत तार-तार हो गई, इधर राजधानी रांची में जिस प्रकार घटना घटी है इससे स्पष्ट होता है कि राज्य की हेमंत सरकार बेटियों की सुरक्षा देने में पूर्ण रूप से विफल रही है.