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Ranchi: राज्य के हर क्षेत्र में व्यापक संभावनाएं हैं. यहां के जिले की अपनी-अपनी खासियतें हैं. खनिज के अलावा कृषि, पशुपालन, मछली पालन, पर्यटन, खेल, कला संस्कृति आदि क्षेत्रों में झारखंड में असीम संभावनाएं हैं. इस क्षेत्र को विकसित कर अपने राज्य को काफी आगे ले जा सकते हैं.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज नाबार्ड के द्वारा आयोजित स्टेट क्रेडिट सेमिनार में यह बातें कहीं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देकर राज्य के विकास के मार्ग को बेहतर तरीके से प्रशस्त किया जा सकता है.
इस मौके पर उन्होंने नाबार्ड द्वारा झारखंड राज्य लिए फोकस पेपर जारी किया. उन्होंने कहा कि इस फोकस पेपर में जिन चीजों का जिक्र किया गया है, उससे राज्य के उद्देश्यों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी.
उत्पादों को बढ़ावा देगी सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के किसानों और महिला समूह द्वारा उत्पादित वस्तुओं को बाजार उपलब्ध कराया जाएगा.
उन्होंने कहा कि इस बाबत झारक्राफ्ट की ओर से पलाश ब्रांड के जरिए इन उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि महिला समूह द्वारा उत्पादित वस्तुओं को मॉल और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में बेचने के लिए भी सरकार कदम उठाएगी. उन्होंने कहा कि फूड प्रोसेसिंग को भी राज्य में बढ़ावा दिया जाएगा.
कई योजनाएं शुरू की गई
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉक डाउन के सरकार ने कई योजना चलाई, इसका फायदा लोगों को मिल रहा है. वहीं अब कई नई योजनाओं को शुरू करने की तैयारी हो चुकी है. इन योजनाओं की कार्य योजना बना ली गई है. इससे राज्य को विकास के क्षेत्र में आगे ले जाने कि हमारी कोशिश कामयाब होगी. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से निपटने की दिशा में उठाए गए कदमों से हमारे द्वारा शुरू की गई योजनाएं आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त करेगा. कोरोना काल में जिन्होंने बेहतर कार्य किया है उसका आकलन होगा. ऐसे में अपने लक्ष्य को पाने के लिए हमने जो कार्य योजना बनाई है, उसमें किसानों मजदूरों और गरीबों के कल्याण का विशेष ध्यान रखा गया है.
बैंक अपनी आमदनी का हिस्सा राज्य में खर्च करें
मुख्यमंत्री ने बैंकों को सुझाव दिया कि के यहां से जो आमदनी करते हैं उसका ज्यादातर हिस्सा इस राज्य के विकास में खर्च करें. उन्होंने कहा कि राज्य के विकास में बैंकों का हम योगदान हैं. ऐसे में बैंकों को चाहिए कि सरकार के साथ हर कदम पर सहयोग करें ताकि जरूरतमंदों को इसका लाभ मिल सके.
नाबार्ड के कार्यों की सराहना की
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में नाबार्ड के द्वारा विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है. इन गतिविधियों के माध्यम से किसानों, श्रमिकों सहकारी संस्थाओं पशु पालकों आदि को ऋण और अनुदान देकर स्वावलंबी बनाया जा रहा है. ग्रास रूट पर जरूरतमंदों को आगे बढ़ाने में मदद कर रही है. इसके अलावा सरकार को सलाह देने में भी अहम भूमिका रही है.
उन्होंने कहा कि नाबार्ड ने विकास कार्यों के अधिकतर हिस्से को छुआ है. ऐसे में इसका योगदान काफी सराहनीय है. इस मौके पर नाबार्ड ने राज्य में चलाई जा रही गतिविधियों की जानकारी से मुख्यमंत्री को अवगत कराया.
सेमिनार में वित्त विभाग के प्रधान सचिव हिमानी पांडेय, जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव प्रशांत कुमार, बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ ओ एन सिंह, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक आशीष कुमार पाढी और भारतीय रिजर्व बैंक के महाप्रबंधक समेत कई अधिकारी मौजूद थे.