Mumbai: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि फिल्मों के बहिष्कार का चलन बॉलीवुड इंडस्ट्री के लिए घातक है. आजकल लोग बिना फिल्म देखे ही उसके बारे में कमेंट कर देते हैं, इससे फिल्म को भी नुकसान होता है.
सोशल मीडिया पर फिल्मों का बॉयकॉट का ट्रेंड
केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर यहां पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए बॉलीवुड इंडस्ट्री और फिल्मों का बहिष्कार कर बॉयकॉट बॉलीवुड ट्रेंड पिछले कुछ महीनों से चल रहा है. बहिष्कार के इस चलन का असर बड़े सितारों की फिल्मों पर भी पड़ा है, जिसके कारण कुछ बड़ी फिल्मों को फ्लॉप का भी सामना करना पड़ा.
सेंसर बोर्ड पर लोगों को भरोसा करना चाहिए
उन्होेंने कहा कि भारत सरकार ने सेंट्रल फिल्म सर्टिफिकेशन बोर्ड बनाया है. इसलिए अगर कोई फिल्म सिनेमाघरों में जाती है, तो वह वहां से पास होने के बाद ही जाएगी. बोर्ड में सभी पहलुओं पर नजर रखते हैं. वहां से अनुमति मिलने के बाद फिल्में सिनेमाघरों में आती हैं. इसलिए लोगों को बोर्ड पर विश्वास रखना चाहिए.
विरोध से फिल्मों के बिजनेस पर होता है असर
केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का यह बयान फिल्मों का विरोध करने वालों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इससे पहले आमिर खान और अक्षय कुमार की फिल्में बॉयकॉट ट्रेंड में फंस गईं. लाल सिंह चड्ढा और रक्षाबंधन बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही. फिल्म ‘पठान’ का भी जमकर विरोध हुआ था, लेकिन यह फिल्म विरोध के बाद भी अच्छा बिजनेस कर रही है.