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New Delhi: सुपर साइक्लोन अम्फान आज (बुधवार) सुंदरवन के करीब बांग्लादेश में दीघा और हटिया के बीच टकराने की आशंका है. माना जा रहा है कि यह महाचक्रवात बड़े पैमाने पर तबाही मचा सकता है. इधर ओडिशा के पारादीप में कल रात से हवा और बारिश की रफ्तार बढ़ गई है. चक्रवात अम्फान से आज भूस्खलन की आशंका जतायी गई है.
आपदा प्रबंधन दल और सैन्य बचाव दल संभावित स्थितियों से निपटने को तैयार है. अम्फान के संभावित प्रकोप को लेकर पूर्वी भारत के ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की कवायद जारी है. ओडिशा में चक्रवात अम्फान को देखते हुए अब तक 1,704 शेल्टर होम तैयार किए गए हैं और 1,19,075 लोगों को निकाला गया है.
महाचक्रवात से निपटने में दोनों देशों और संबंधित राज्यों का प्रशासनिक अमला पूरी ताकत से जुटा है. सरकारें व एजेंसियां जरूरी सूचनाओं का त्वरित आदान-प्रदान कर रहे हैं. यह दो दशकों में बंगाल की खाड़ी में दूसरा महाचक्रवात है.
सोमवार को महाचक्रवात के ओडिशा तटों के करीब पहुंचने के साथ ही कुछ हिस्सों में भारी बारिश का दौर शुरू हो गया था. अलर्ट सिस्टम आधारित एसएमएस भेजे जा रहे हैं. तटीय इलाकों में आपात सायरन बज रहे हैं. वहीं, पश्चिम बंगाल में करीब तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. समुद्री क्षेत्र में मछली पकड़ने की गतिविधियां निलंबित की गई हैं। तूफान के संभावित क्षेत्रों में लोगों के चेहरों पर दहशत देखी जा रही है.
महाचक्रवात अम्फान के चलते ओडिशा के कई इलाकों में भारी बारिश शुरू हो गई है. इसके साथ ही तेज गति से हवाएं चल रही हैं. माना जा रहा है कि महाचक्रवात आज टकरा सकता है.
तीन लाख लोगों को शिविरों में पहुंचाया
ममता पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि चक्रवात के मद्देनजर पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों से कम से कम तीन लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. उन्हें मास्क दिए गए हैं. वरिष्ठ अधिकारी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और हेल्पलाइन शुरू की गई है.
भारी बारिश के साथ तूफान की आशंका
आईएमडी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर, दक्षिण और उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली और कोलकाता जिले प्रभावित हो सकते हैं. जबकि ओडिशा के तटीय जिलों जगतसिंहपुर, केंद्रापाड़ा, भद्रक, जाजपुर और बालासोर में भारी वर्षा और तूफान आएगा.
जहाज तथा 45 अन्य गश्ती नौकाओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पश्चिम बंगाल में भारत-बांग्लादेश नदी क्षेत्र मोर्चे और इच्छामती नदी की सुरक्षा के लिए तैनात अपनी तीन चलती फिरती सीमा चौकियों और जहाज तथा 45 अन्य गश्ती नौकाओं को चक्रवात के मद्देनजर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है.