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मुठभेड़ पर सवाल: चतरा में 5 बड़े नक्‍सलियों के मारे जाने के बाद उनके परिजनों ने एनकाउंटर को बताया फर्जी

मुठभेड़ पर सवाल: चतरा में 5 बड़े नक्‍सलियों के मारे जाने के बाद उनके परिजनों ने एनकाउंटर को बताया फर्जी

Chatra: लावालौंग के नौडीहा जंगल में सोमवार सुबह पुलिस ने पांच बड़े नक्‍सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया था. इसमें स्‍पेशल एरिया कमेटी के कमांडर गौतम पासवान और अजीत उरांव उर्फ चार्लिस गोंझू 25-25 लाख रुपये का इनामी था. वहीं सब जोनल कमांडर अमर गंझू, अजय यादव उर्फ नंदू और संजीत भूइंया पर 5-5 लाख रुपये का इनाम था.

मुठभेड़ के दूसरे दिन मंगलवार को मारे गए नक्‍सलियों के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया. उन्‍होंने कहा कि ये नक्‍सली सरेंडर करने आये थे. सरेंडर के बाद उन्‍हें गोली मारी गई. पुलिस का यह एनकाउंटर फर्जी है.

गौतम पासवान और नंदू के परिजनों ने कहा कि दोनों लंबे समय से सरेंडर करने का प्रयास कर रहे थे. पुलिस भी हमारे घर आती थी. पुलिस ने धोखे में रखकर मार डाला.

परिजन बोले- मुठभेड़ की जांच हो, हम कोर्ट जाएंगे

गौतम पासवान के बेटे चंदन पासवान ने कहा- मेरे पिता सरेंडर करना चाहते थे. पुलिस के संपर्क में आना चाहते थे. लेकिन पुलिस ने उन्‍हें गोली मार दी. यह फर्जी एनकाउंटर है.

वहीं गौतम के भाई गिरिजा पासवान ने कहा कि मेरे भाई ने सरेंडर करने के लिए संपर्क किया था. प्रशासन ने बताया था कि वह सरेंडर करना चाहता है. फिर एनकाउंटर क्‍यों किया. इसकी जांच होनी चाहिए.

उधर, अजय यादव के दामाद संतोष यादन ने कहा कि एनकाउंटर होता तो दोनों ओर से गोलियां चलती. उन्‍हें सरेंडर करने के बाद गोली मारी गई है. वे न्‍याय के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.

चार्लिस का शव लेने से परिजनों ने किया इनकार

मंगलवार को पुलिस ने चार शव परिजनों को सौंप दिए. लेकिन चार्लिस का शव लेने से परिजनों ने इनकार कर दिया. चार्लिस लातेहार के बरियातू के नचना सुरांगीटोला का रहने वाला था. उसके छोटे भाई की पत्‍नी जसिंता ने कहा- मेरे पति कमाने के लिए दूसरे राज्‍य में हैं. मैं शव नहीं लूंगी.

वहीं ग्रामीणों ने कहा कि नक्‍सली बनने के बाद चार्लिस कभी गांव नहीं आया था. पुलिस ने उन्‍हें काफी समझाया पर नहीं माने.

आरोपों में दम नहीं, इससे जुड़े सबूत हों तो सामने लाएं: डीजीपी

मुठभेड़ में शामिल अधिकारियों और जवानों की हौसला अफजाई करने डीजीपी अजय कुमार सिंह मंगलवार को लावालौंग के सीआरपीएफ कैंप पहुंचे. उनके साथ सीआरपीएफ के वरीय अधिकारी भी थे.

उन्‍होंने एसपी राकेश रंजन, सीआरपीएफ 190 बटालियन व कोबरा बटालियन के अधिकारियों और उनकी टीम को नकद पुरस्‍कार दिया. हथियार व कारतूस की प्रदर्शनी लगाई.

बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए डीजीपी ने कहा कि एक साथ पांच नक्‍सलियों का मारा जाना बड़ी उपलब्धि है. चतरा जिले में नक्‍सलियों के खात्‍मे तक अभियान जारी रहेगा.

नक्‍सलियों के आरोप पर डीजीपी ने कहा कि उनके आरोपों में कोई दम नहीं है. अगर किसी के पास आरोप से जुड़े कोई साक्ष्‍य है तो सामने लाएं.

पिछले 10 सालों से रांची में डिजिटल मीडिया से जुड़ाव रहा है. Website Designing, Content Writing, SEO और Social Media Marketing के बदलते नए तकनीकों में दिलचस्‍पी है.

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