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Advisory for TV News Channels: कनाडा तनाव के बीच भारत सरकार ने न्‍यूज चैनलों के लिए जारी की एडवाइजरी

Advisory for TV News Channels: कनाडा तनाव के बीच भारत सरकार ने न्‍यूज चैनलों के लिए जारी की एडवाइजरी

Advisory for TV News Channels: केंद्र की मोदी सरकार ने भारतीय न्‍यूज चैनलों के लिए एडवाइजारी जारी की है. जिसमें भारत से प्रसारित होने वाले टीवी न्‍यूज चैनलों को सलाह दी गई है कि टीवी डिबेट में देश के दुश्‍मनों का प्रतिनिधित्‍व करने वालों को मंच न दें.

टीवी न्‍यूज चैनलों के लिए जारी एडवाइजरी की खास बातें

भारत सरकार की ओर से जो एडवाइजरी जारी किया गया है उसमें कहा गया है कि ऐसी बैकग्राउंड वाले लोगों के बारे में रिपोर्टों/संदर्भों और विचारों/एजेंडा को कोई भी मंच देने से बचें, जिनमें वे लोग भी शामिल हैं जिनके खिलाफ गंभीर अपराध/आतंकवाद के आरोप हैं और जो संगठनों से संबंधित हैं.

टीवी न्‍यूज चैनलों के लिए एडवाइजरी जारी करने की जरूरत क्‍यों हुई

टीवी चैनलों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए बताया गया, यह मंत्रालय के संज्ञान में आने के बाद आया है कि विदेशी में एक व्यक्ति जिसके खिलाफ आतंकवाद सहित अपराध के गंभीर मामले हैं, एक ऐसे संगठन से संबंधित है जिसे भारत में कानून द्वारा प्रतिबंधित किया गया है, उसे एक टेलीविजन चैनल पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया गया था. जिसमें उक्त व्यक्ति ने कई टिप्पणियां की जो देश की संप्रभुता/अखंडता, भारत की सुरक्षा, एक विदेशी राज्य के साथ भारत के मैत्रीपूर्ण संबंधों के लिए हानिकारक थीं और देश में सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने की भी संभावना थी.

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सरकार ने कहा- मीडिया की स्वतंत्रता का सम्मान

सरकार की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया, हालांकि सरकार मीडिया की स्वतंत्रता को कायम रखती है और संविधान के तहत उसके अधिकारों का सम्मान करती है, लेकिन टीवी चैनलों द्वारा प्रसारित कंटेंट को सीटीएन अधिनियम, 1995 के प्रावधानों का पालन करना चाहिए, जिसमें धारा 20 की उपधारा (2) भी शामिल है.

भारत और कनाडा के बीच रिश्‍ते क्‍यों हो रहे खराब

भारत और कनाडा के बीच खालिस्तानी अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर कूटनीतिक विवाद जारी है. दरअसल कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की ‘संभावित’ संलिप्तता का आरोप लगाया था. जिसके बाद यह विवाद उत्पन्न हुआ.

भारत ने कनाडा के सारे आरोपों को बेतुका बताया

भारत ने मंगलवार को इन आरोपों को ‘बेतुका’ और ‘प्रेरित’ बताते हुए खारिज कर दिया था और इस मामले को लेकर कनाडा द्वारा एक भारतीय अधिकारी को निष्कासित किए जाने के बदले में कनाडा के एक वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित कर दिया था.

भारत ने बुधवार को और कड़ा रुख अपनाते हुए कनाडा में बढ़ती भारत विरोधी गतिविधियों और राजनीतिक रूप से समर्थित घृणा अपराधों और आपराधिक हिंसा को देखते हुए वहां रह रहे अपने नागरिकों और वहां की यात्रा का विचार कर रहे अपने नागरिकों को अत्यधिक सावधानी बरतने का परामर्श जारी किया.

विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि ट्रूडो के आरोपों में कुछ हद तक पूर्वाग्रह था. उन्होंने कहा कि कनाडा ने मामले को लेकर भारत के साथ कोई विशिष्ट जानकारी साझा नहीं की है. उत्तर अमेरिकी देश में खालिस्तानी समर्थक तत्वों की बढ़ती गतिविधियों के मद्देनजर पिछले कुछ महीनों से भारत और कनाड़ा के संबंध तनावपूर्ण हैं. भारत मानता है कि ट्रूडो सरकार उसकी वास्तविक चिंताओं पर ध्यान नहीं दे रही है.

पिछले 10 सालों से रांची में डिजिटल मीडिया से जुड़ाव रहा है. Website Designing, Content Writing, SEO और Social Media Marketing के बदलते नए तकनीकों में दिलचस्‍पी है.

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