Corona Death in China: चीन में कोरोना का कहर जारी है. चीन में पिछले 30 दिनों में कोरोना से 59,938 लोग मारे गए हैं. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ( WHO) का कहना है कि चीन महामारी को लेकर आंकड़ों की सही जानकारी नहीं दे रहा है. इससे कोरोना के कारण हो रही तबाही का सटीक अनुमान लगाना मुश्किल है.
चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन ने बताया है कि पिछले 30 दिनों में कोरोना और इसके साथ अन्य बीमारियों से पीड़ित 59,938 लोगों की मृत्यु हुई है, जिनकी औसत आयु 80 वर्ष से अधिक की थी.
चीन ने अपनी जीरो कोविड पॉलिसी को समाप्त करने बाद कोरोना से जुड़े प्रति दिन के आंकड़े देना बंद कर दिया है. इसके अलावा अन्य देशों के साथ बॉर्डर्स भी खोल दिए गए हैं.
WHO हेल्थ इमरजेंसी प्रोग्राम के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर, Michael Ryan ने कहा है, “चीन कोरोना से जुड़ी मृत्यु की संख्या कम बता रहा है.” सोशल मीडिया पर चीन से पोस्ट किए गए वीडियो और रिपोर्ट्स से कोरोना की वजह से स्थिति बहुत खराब होने के संकेत मिल रहे हैं.
पिछले महीने चीन के प्रेसिडेंट Xi Jinping की अगुवाई वाली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के बाद जीरो कोविड पॉलिसी को समाप्त कर दिया गया था. इसके बाद कोरोना के Omicron वेरिएंट से संक्रमण तेजी से फैला था. इससे हॉस्पिटल्स में मरीजों की बड़ी संख्या से हेल्थकेयर सिस्टम चरमरा गया था.
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि चीन में कोरोना का संक्रमण सबसे तेजी से फैलाने की आशंका है और प्रति दिन लाखों लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं. Peking University की एक स्टडी में बताया गया है कि इस सप्ताह चीन में लगभग 90 करोड़ लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं.
इसमें बताया गया है कि चीन की लगभग 64 प्रतिशत जनसंख्या के कोरोना से संक्रमित होने का अनुमान है. भारत में केंद्र सरकार ने चीन, जापान, हांगकांग, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड और सिंगापुर से आने वाले यात्रियों के लिए नेगेटिव कोविड टेस्ट अनिवार्य कर दिया है.
हालांकि, हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा है कि कोरोना के मामले बढ़ने के बावजूद हॉस्पिटल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या कम रहेगी। महामारी विशेषज्ञ एरिक फेगल-डिंग ने चीन में कोरोना की खराब स्थिति के लिए थर्मोन्यूक्लियर बैड शब्द का इस्तेमाल किया है. इसका मतलब है कि चीन में हॉस्पिटल्स पर बहुत अधिक बोझ हैं और वे इसे संभाल नहीं पा रहे.