Pariksha Pe Charcha 2023: पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं सिद्धांत: मानता हूं कि समद्ध लोकतंत्र के लिए आलोचना एक शुद्यियज्ञ है.’ आलोचना करने वाले आदतन ऐसा करते हैं. उन्हें एक बक्से में डाल दीजिये. ये बाते पीएम मोदी ने परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान पूछे गए सवाल मीडिया और विपक्षों के आलोचन से कैसे निपटते हैं पर कही.
नरेंद्र मोदी ने कहा कि घर में आलोचना नहीं होती, ये दुर्भाग्य का विषय है. घर में आलोचना के लिए आपके शिक्षकों से मिलना होता है, आपको ऑब्जर्व करना होता है. ऐसी आलोचना काम आती है.
जमशेदपुर की सरोजनी सोना को परीक्षा लगती है उत्सव जैसी
जमशेदपुर, झारखंड से कक्षा 10वीं की छात्र सरोजनी सोना का कहना है कि पहले उन्हें परीक्षा से डर लगता था, मगर अब परीक्षा एक उत्सव लगने लगी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिए बच्चों के सवालों का जवाब
प्रधानमंत्री मोदी ने परीक्षा पे चर्चा के दौरान बच्चों के सवाल लिये और अपने जवाब के रिए गुरुमं दिया. पीएम बच्चों के मन से परीक्षा का डर निकालने का उपाय बताया.
पीएम मोदी ने कहा कि पैरेंट्स अपने बच्चों के बारे में बाहर जाकर बड़ी बड़ी बातें कर देते हैं, और फिर बच्चों से वैसी ही उम्मीद करते हैं. ऐसे में क्या हमें इन दवाबों से दबना चाहिए क्या?
दिनभर जो कहा जाता है, उसी को सुनते रहेंगे या अपने अंदर झांकेंगे? क्रिकेट में स्टेडियम में लोग चौका, छक्का चिल्लाते रहते है, तो क्या खिलाड़ी पब्लिक की डिमांड पर चौके छक्के लगाता है? खिलाड़ी केवल गेंद पर ध्यान देता है.
टाइम मैनेजमेंट को लेकर पीएम की सीख
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम अपने पसंद की चीज में ही अपना सबसे ज्यादा समय बिताते हैं. फिर जो विषय छूट जाते हैं उनका भार बढ़ता जाता है. ऐसे में सबसे कठिन विषय को सबसे पहले और उसके ठीक बाद सबसे पसंद का विषय. ऐसे ही एक के बाद एक पसंद और नापसंद के विषयों को समय दें.
पीएम ने कहा, क्या आपने आपने कभी अपनी मां के काम को ऑब्जर्व किया है? मां दिन के हर काम का टाइम मैनेजमेंट सबसे अच्छी तरह से करती है. मां के पास सबसे ज्यादा काम होता है, मगर उसका टाइम मैनेजमेंट इतना अच्छा होता है कि हर काम समय पर होता है.
परीक्षा में नकल से बचने के लिए पीएम का मंत्र
पीएम ने कहा कि ऐसे कुछ टीचर्स होते हैं जो ट्यूशन पढ़ाते हैं. वे चाहते हैं कि उन्हे स्टूडेंट्स अच्छे नंबर लाएं इसलिए वे ही नकल को बढ़ावा देते हैं. पीएम ने कहा कि छात्र नकल के लिए जितनी क्रिएटिविटी दिखाते हैं, उतनी पढ़ाई के लिए दिखाएं तो नकल की जरूरत नहीं पड़ेगी.
प्रधानमंत्री ने कहा, समय पर ऐसा आ गया है कि हर कदम पर एग्जाम देना होगा. एक दो एग्जाम में नकल कर जिंदगी नहीं बन सकती है. इसलिए ये वातावरण बनाना जरूरी है कि नकल कर आगे बढ़ भी गए लेकिन आगे चलकर जिंदगी में फंसे रहोगे.