Ranchi: झारखंड की राजधानी रांची में 10 लाख पौधे लगाए जाएंगे. इसके लिए स्टार्ट-अप ग्रीन रांची (Start up green Ranchi) कैंपेन शुरू की जाएगी. राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा भारत की ओर से आयोजित एक प्रेस काफ्रेंस में बताया गया कि रांची को हरा-भरा करने के लिए 17 सितंबर से स्टार्टअप ग्रीन रांची की शुरुआत की जाएगी. राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा भारत के इस कार्यक्रम में आठ अन्य संगठन सहयोग कर रहे हैं. 10 लाख पौधा लगाने का यह अभियान 5 सालों में पूरा किया जाएगा.
राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा भारत के केंद्रीय प्रवक्ता संजय पहान ने कहा कि रांची कभी हरा-भरा, वनों, विविध वनस्पतियों, नदी-तालाबों से आच्छादित थी. लेकिन पिछले कुछ सालों से बढ़ती आबादी और कंक्रीट के जंगलों में रांची कहीं खो सी गई. उसी रांची को दोबारा जीवित करने के लिए एक सार्थक सोच के साथ अभियान चालू किया जा रहा है.
संजय पहान ने बताया कि इसमें पर्यावरण मित्र कोकर, मेसर्स पहान इंडेन, जामताड़ा, मेसर्स आरव इंडेन रांची, मेसर्स रिमील व पोइना प्राइवेट लिमिटेड, ट्राइबल ड्रीम, मजदूर भी हम-मालिक भी हम-एक सहकारी आंदोलन, जय आदिवासी युवा शक्ति, इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स फॉर एससी-एसटी एंड वूमेन, अखिल भारतीय व्यापार महासंघ योगदान देंगे. मौके पर रवि तिग्गा सहित अन्य मौजूद थे.
सरना धर्म को सूचीबद्ध करने को लेकर राष्ट्रीय नेताओं से मिलेंगे
प्रेसवार्ता में बताया गया कि आदिवासियों की प्रकृतिवादी धार्मिक पहचान सरना धर्म को भारतीय जनगणना में सूचीबद्ध करने का मांग पत्र केंद्रीय सरकार, देश के राष्ट्रीय नेताओं से वार्ता के माध्यम से सौंपने के लिए प्रतिनिधिमंडल का गठन किया गया है. जिसमें 12 लोग सरना धर्मगुरु बंधन तिग्गा के नेतृत्व में मिलेंगे. प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, महानिबंधक जनगणना, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सांसद राहुल गांधी, मुख्यमंत्री पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी शामिल हैं.
जानकारी दी गई कि इसी क्रम में महानिबंधक जनगणना नई दिल्ली को मांग पत्र सौंपने के लिए 19 सितंबर की सुबह 10 बजे डिप्टी डायरेक्टर जनरल मनोज कुमार से मिलेंगे.