Ayodhya: भव्य राम मंदिर के उद्घाटन के उत्साह में, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के अवसर पर ‘मंगल ध्वनि’ नामक संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया है. इस उत्सव में भारतीय संगीत के प्रति प्रेम में डूबे लोगों के लिए यह एक अद्वितीय अवसर होगा.
भव्य मंगल ध्वनि संगीत कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण
मंगलवार को सुबह 10 बजे, ‘मंगल ध्वनि’ संगीत कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण होगा, जहां संगीत की दुनिया के बड़े नाम एक साथ मंच पर उतरेंगे. यह कार्यक्रम न केवल संगीत के प्रेमी बल्कि हर भारतीय के लिए एक अद्वितीय अनुभव का हिस्सा होगा.
संगीत का समर्थन
ट्रस्ट ने बताया कि इस कार्यक्रम में देशभर से लोकप्रिय वाद्ययंत्री भाग लेंगे और इसे संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली का समर्थन है. भव्य संगीतमय प्रस्तुति के लिए अयोध्या के यतींद्र मिश्रा द्वारा संचालित होने वाले इस कार्यक्रम में 50 से अधिक राज्यों से विशेष वाद्ययंत्री आएगे.
गूंजेंगा परंपरागत भारतीय संगीत की धुन
कार्यक्रम में भारतीय संगीत के विभिन्न परंपरागत वाद्ययंत्रों का समाहार किया जाएगा, जैसे कि पखावज, बांसुरी, ढोलक, वीणा, सुंदरी, मर्दाला, संतूर, पुंग, नगाड़ा, तंबूरा, शहनाई, रावणहत्था, श्रीखोल, सरोद, घाटम, सितार, संतार, पखावज, हुड़का, नागस्वरम, ताविल, और मृदंगम। ट्रस्ट के अनुसार, इस अद्वितीय संगीतमय प्रस्तुति से मंदिर शहर दो घंटे तक मधुर धुनों में गूंजेगा.
अनुष्ठान का आयोजन
इसके पहले, शुक्रवार को ‘जय श्री राम’ के हर्षोल्लास के बीच राम लला की मूर्ति को राम मंदिर के ‘गर्भ गृह’ में स्थापित किया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘प्राण प्रतिष्ठा’ का चिह्नित करते हुए अनुष्ठान किया, जबकि पुजारियों की एक टीम ने अनुष्ठान का नेतृत्व किया.
इस भव्य संगीत कार्यक्रम से आशा है कि यह भारतीय संस्कृति और संगीत के प्रति लोगों की भावनाओं को और भी मजबूत करेगा और सभी को एक साथ जोड़कर एक यादगार अनुभव प्रदान करेगा.